सरहद पार पहुंच रही 'लपका' की लपट, गठजोड़ से चल रहा अवैध गाइडों का कारोबार

वाराणसी में एक बार फिर लपका (अवैध गाइड) ने बनारस के पर्यटन उद्योग को झुलसा दिया है। पुलिस व होटल के गठजोड़ से यह व्यापार फलफूल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 02:50 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 02:50 PM (IST)
सरहद पार पहुंच रही 'लपका' की लपट, गठजोड़ से चल रहा अवैध गाइडों का कारोबार
सरहद पार पहुंच रही 'लपका' की लपट, गठजोड़ से चल रहा अवैध गाइडों का कारोबार

वाराणसी, (विनोद पांडेय)। एक बार फिर लपका (अवैध गाइड) ने बनारस के पर्यटन उद्योग को झुलसा दिया है। कनाडा की युवती के साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है जिस घटना की लपट सरहद पार तक पहुंच गई है। मैक्सिको, कनाडा, आस्ट्रेलिया से बनारस घुमने आए लोगों का फोन यहां के पंजीकृत गाइडों के पास आया जिसका जवाब देना मुश्किल हो गया था। लपका का कारोबार पुलिस व होटल संचालकों के गठजोड़ से फलफूल रहा है। गंगा घाट से लेकर सारनाथ तक अवैध रूप से गाइड बनकर सैकड़ों लपका घूम रहे हैं और विदेशी पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं। रेकी होटल से ही शुरू होती है। भ्रमण स्थल तक पहुंचते-पहुंचते विदेशी पर्यटकों को लपका लपक लेते हैं। यहां के धरोहरों की बाबत जानकारी देते हुए बनारस के गांव में घुमाने के लिए विदेशी पर्यटक को तैयार कर लेते हैं और वहां ले जाकर आपराधिक घटना को अंजाम देते हैं। करीब दो दशक पूर्व वासुदेव यादव नामक लपका एक विदेशी महिला को बरगलाकर गाजीपुर ले गया जहां आपराधिक घटना को अंजाम दिया और मौत के बाद उसे जमीन में दफना दिया। इसके बाद एक के बाद एक कई वारदात हो चुके हैं जिससे बनारस पर्यटन पूरी तरह झुलस गया है। लपका के तौर पर घाट के कई पंडा, दुकानदार, मल्लाह, टैक्सी, आटो व रिक्शा चालक काम कर रहे हैं। एक सौ पत्राचार, नतीजा सिफर : लपका से आतंकित पंजीकृत गाइडों ने केंद्र से लगायत प्रदेश सरकार को एक सौ से अधिक बार पत्राचार किया है। अवैध तौर पर गाइड का काम करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की मांग हुई है लेकिन नतीजा सिफर रहा। गाइड एसोसिएशन का साफ कहना है कि पुलिस व होटल संचालकों के गठजोड़ से मोटी रकम की उगाही हो रही है। लपका बहला-फुसला कर विदेशी पर्यटकों को होटल व दुकानों तक ले जाते हैं जहां से मोटी रकम कमीशन के तौर पर मिलती है जिसे गठजोड़ से जुड़े लोगों के बीच बांटी जाती है। गिर रही साख, इसे बचा ले कोई : गर्वमेंट एप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन (गाडका) के अध्यक्ष शैलेश त्रिपाठी कहते हैं कि लपका के लपक प्रवृत्ति से विदेश में बनारस पर्यटन की साख गिर रही है। पर्यटन विभाग के अफसरों की उदासीनता व पुलिस की अनदेखी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के पर्यटन को काफी नुकसान हो रहा है। सैकड़ों बार जिम्मेदारों से गुहार लगाई गई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही जबकि 420 समेत कई आइपीसी की धारा के तहत ऐसे लपकों को गिरफ्तार किया जा सकता है।

chat bot
आपका साथी