वाराणसी में चार साल में आबाद हो गए छह नए अवैध वाहन स्टैंड, रोडवेज बस स्टेशन पर बिचौलिए लगाते हैं सेंध

रोडवेज बस स्टैंड के पांच सौ मीटर दायरे में निजी वाहनों के संचालन की मोटी कमाई इतनी रास आ गई कि चार साल के अंदर आसपास इलाकों में छह नए अवैध स्टैंड आबाद हो गए। रोडवेज बस स्टेशन के सामने फ्लाईओवर के नीचे खड़ी गाडियां यात्रियों को ले जाती है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 09:20 AM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 09:20 AM (IST)
वाराणसी में चार साल में आबाद हो गए छह नए अवैध वाहन स्टैंड, रोडवेज बस स्टेशन पर बिचौलिए लगाते हैं सेंध
रोडवेज बस स्टैंड के आसपास से जिले के साथ दूसरे प्रदेशों को जाते हैं डग्गामार वाहन

वाराणसी, जागरण संवाददाता। रोडवेज बस स्टैंड के पांच सौ मीटर दायरे में निजी वाहनों के संचालन की मोटी कमाई इतनी रास आ गई कि चार साल के अंदर आसपास इलाकों में छह नए अवैध स्टैंड आबाद हो गए। प्रतिबंधित क्षेत्र में संचालित अवैध वाहन स्टैंड की शिकायतों से जिम्मेदार अफसरों की किरकिरी भी हो चुकी है, लेकिन इस व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं आया। जबकि, छह साल पहले तत्कालीन क्षेत्रधिकारी अनुराग आर्या ने इस धंधे का सिंडिकेट तोड़ दिया था। कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर और रोडवेज बस स्टैंड के इर्द-गिर्द अवैध रूप से संचालित छोटे-बड़े वाहन खदेड़ दिए गए। व्यवस्था तंत्र बदलते ही खेल फिर शुरु हो गया।

रोडवेज बस स्टेशन के सामने फ्लाईओवर के नीचे खड़ी गाडियां यात्रियों को बिहार ले जाती है। रोडवेज क्षेत्रीय कार्यशाला के पास आबाद बस स्टैंड से यात्रियों को बिहार और झारखंड भेजा जाता है। यूनियन बैंक के सामने प्रयागराज की छोटी गाडिय़ों का कब्जा है। यहां जिले के थानों पर तैनात पुलिसकर्मी और यातायात विभाग के कर्मचारियों की गाडिय़ां भी चलती है। कैंट स्टेशन के बाहर अवैध रूप से संचालित जौनपुर और आजमगढ़ की बसें यातायात व्यवस्था में अवरोध उत्पन्न करती है। इधर, इंग्लिशिया लाइन फ्लाईओवर के नीचे और मालगोदम रोड पर चलने वाले वाहन स्टैंड व्यवस्था तंत्र पर सवाल खड़े करते हैं।

रोडवेज बस स्टेशन पर बिचौलिए लगाते हैं सेंध

रोडवेज बस स्टेशन पर बिचौलियों का दबदबा है। वे रोडवेज परिसर में जबरन घुसकर सवारी उठा रहे हैं। आलम ये है कि सवारियों के अभाव में इन दिनों रोडवेज का लोड फैक्टर घटने लगा। इसके चलते आय का ग्राफ गिर गया है, जो गत दो माह पूर्व कमाई में अव्वल था। तमाम कवायद के बाद भी इन पर अंकुश नहीं लग रहा है। इस समस्या से विभाग के पर्यवेक्षण कार्य से जुड़े कर्मचारी परेशान हैं। उच्चाधिकारियों को इसकी भनक भी नहीं लग रही।

हो चुकी है हाथापाई

पर्यवेक्षण कार्य से जुड़े कर्मचारियों और बिचौलियों के बीच परिसर से सवारी ले जाने के विवाद में कई दफा हाथापाई हो चुकी है। फिर भी उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसे लेकर कर्मचारियों के एक वर्ग में गहरी नाराजगी है। पिछले नौ फरवरी को यह मामला स्थानीय रोडवेज पुलिस चौकी पर भी पहुंचा था। हालांकि कड़ी कार्रवाई की बजाय बिचौलिए को हिदायत देकर छोड़ दिया गया। कर्मचारियों ने खुद पकड़ कर उसे पुलिस के हवाले किया था।

50 ज्यादा खुले काउंटर

एक किलो मीटर के दायरे में 50 से ज्यादा काउंटर खुल गए हैं। जबलपुर, नागपुर, मेरठ, आगरा, प्रयागराज, ओबरा, कोलकाता, नई दिल्ली, सोनभद्र व बैढऩ समेत कई प्रदेशों के लिए यहां से बुकिंग होती है। एजेंट की तरफ से कमीशन बेस पर यात्रियों को रोडवेज स्टेशन से पकड़कर लाने के लिए आदमी रखे जाते है। निवर्तमान चौकी प्रभारी ने क्षेत्र की शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका में कार्र्रवाई हेतु उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा था

केस-

- 22 मई को मनबढ़ बस संचालकों ने रोड़वेजकर्मी को मारपीट कर घायल कर दिया था

-26 जून को प्रयागराज अवैध वाहन स्टैंड पर टोकन नंबर के विवाद में मनबढ़ों ने कार चालक की पिटाई की

-मार्च 2021 में बस बुकिंग काउंटर खोलने के विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई।

-इसी रंजिश में गत वर्ष नवंबर 2020 में चेतगंज और जैतपुरा थाने में दो मुकदमे दर्ज हुए

बिचौलियों पर अंकुश लगाने की कार्रवाई की जा रही है

स्टेशन परिसर में बिचौलियों पर अंकुश लगाने की कार्रवाई की जा रही है। चार दिन पहले संभागीय परिवहन आधिकारी को पत्र लिखकर डग्गामार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

-संतोष कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक।

छात्र आज काशी विद्यापीठ से निकालेंगे न्याय यात्रा

पूर्व छात्र नेता राहुल राज के हमलावरों की गिरफ्तारी न होने से नाराज महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों ने सोमवार को न्याय यात्रा निकालने का ऐलान किया। गत रविवार को हुई बैठक में छात्रों ने पुलिसिया कार्रवाई और तौर-तरीको पर सवाल खड़े किए। अब तक हमलावर और साजिशकर्ता पुलिस की गिरफ्त से दूर है। कहा कि पूर्वाह्न 11 बजे काशी विद्यापीठ गेट नंबर तीन से न्याय यात्रा निकालकर जिला और पुलिस प्रशासन ने पीडि़त को न्याय दिलाने की मांग करेंगे। बैठक में अभिषेक गिरी, सचिन कुमार, दयाशंकर यादव, मुकेश गिरी, अखिलेश, प्रियांशु, राहुल निषाद इत्यादि छात्र मौजूद रहे।

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