कैसे स्‍कूल चलें हम... घर से कोसों दूर विद्यालय, नन्‍हें कदम नाप रहे दुश्‍वारी

वाराणसी के काशी विद्यापीठ ब्लाक के दस ग्राम पंचायतों में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं है।

By Edited By: Publish:Wed, 05 Sep 2018 05:55 PM (IST) Updated:Wed, 05 Sep 2018 06:54 PM (IST)
कैसे स्‍कूल चलें हम... घर से कोसों दूर विद्यालय, नन्‍हें कदम नाप रहे दुश्‍वारी
कैसे स्‍कूल चलें हम... घर से कोसों दूर विद्यालय, नन्‍हें कदम नाप रहे दुश्‍वारी

वाराणसी [अजय कृष्ण श्रीवास्तव] : राइट टू एजुकेशन के तहत जनपद में एक किलोमीटर के दायरे में प्राथमिक व तीन किमी के दायरे में उच्च प्राथमिक विद्यालय खोले गए हैं। काशी विद्यापीठ ब्लाक के 10 ग्राम पंचायत ऐसे हैं जिनमें एक भी सरकारी विद्यालय नहीं हैं। यहां नौनिहाल पढ़ने के लिए दूसरे गांव जाने के लिए बाध्य हो रहे हैं। इन गांवों में नया स्कूल खोलने में राइट टू एजुकेशन की दलील दी जा रही है।

इन क्षेत्रों में अधिक दुश्‍वारी

काशी विद्यापीठ ब्लाक के चांदपुर, चन्दापुर, लखनपुर, शिवदासपुर, नाथूपुर, जलालीपट्टी, सुरही, परमानंदपुर, भिटी व सुल्तानपुर गांव ऐसे हैं, जिनमें एक भी सरकारी प्राथमिक विद्यालय नहीं हैं। बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों का कहना है कि एक किलोमीटर की परिधि में विद्यालय होने के कारण इन गांवों में दूसरा विद्यालय नहीं खुल सकता है जबकि कई ऐसे ब्लाक भी है जहां एक किलोमीटर की परिधि में दो-तीन सरकारी प्राथमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बालीपुर, माधोपुर प्रथम व माधोपुर द्वितीय यह तीनों विद्यालय एक किलोमीटर की परिधि में हैं। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय भूलनपुर व मडाव तथा प्राथमिक विद्यालय करसडा व हरिहरपुर भी एक किलोमीटर के दायरे में हैं। काशी विद्यापीठ ब्लाक के प्रत्येक गांव में विद्यालय क्यों नहीं खुल सकते हैं।

बोले जिम्‍मेदार अधिकारी

आरटीई के तहत एक किलोमीटर के दायरे में कम से कम एक प्राथमिक विद्यालय खोलने का नियम हैं। ऐसा नहीं है कि एक किमी की परिधि में दूसरा विद्यालय नहीं खुल सकता है। ग्राम भूमि प्रबंधन समिति द्वारा भूमि उपलब्ध कराने की स्थिति में दूसरा विद्यालय भी खोला जा सकता है। -बृजेश राय, खंड शिक्षा अधिकारी।

chat bot
आपका साथी