Sampurnanand Sanskrit University सितंबर के द्वितीय सप्ताह से शुरू होंगी शास्त्री-आचार्य की परीक्षाएं
वाराणसी में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के शास्त्री (स्नातक) तृतीय खंड व आचार्य (स्नातकोत्तर) चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं सितंबर के द्वितीय सप्ताह में होंगी।
वाराणसी, जेएनएन। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के शास्त्री (स्नातक) तृतीय खंड व आचार्य (स्नातकोत्तर) चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं सितंबर के द्वितीय सप्ताह में होंगी। वहीं यूजीसी की गाइड लाइन व शासन के निर्देश पर शास्त्री प्रथम, द्वितीय वर्ष तथा आचार्य प्रथम, द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर के छात्रों को बगैर परीक्षा अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का निर्णय लिया गया है। कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए छात्रो की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए यह कदम उठाया हा रहा है।
कार्य योजना बनाने के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित
परीक्षा नियंत्रक विशेश्वर प्रसाद ने यूजीसी की गाइड लाइन पर कार्य योजना बनाने के लिए छात्रकल्याण संकायाध्यक्ष प्रो. रामपूजन पांडेय केे संयोजकत्व में तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है। समिति में दर्शन संकाय के अध्यक्ष प्रो. सुधाकर मिश्र व सामाजिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. शैलेश कुमार मिश्र सदस्य बनाए गए हैं। समिति ने अपनी रिपोर्ट मंगलवार को परीक्षा नियंत्रक को सौंप दी है। रिपोर्ट में यूजीसी की गाइड लाइन पर शासन का सुझाव यथावत स्वीकार कर लिया गया है। हालांकि परीक्षा पहले की तरह ऑफलाइन ही कराई जाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु किन्हीं कारणवश अंतिम वर्ष के छात्र परीक्षा में नहीं सम्मिलित हो पाते हैं तो उनके लिए विशेष परीक्षा का होगा आयोजन। स्नातक प्रथम खंड व द्वितीय वर्ष की इस वर्ष नहीं होगी परीक्षा। प्रथम खंड प्रोन्नत होने वाले छात्रों की द्वितीय खंड परीक्षा वर्ष 2021 में होगी। प्रथम खंड के छात्रों को द्वितीय खंड के आधार पर मिलेगा औसत अंक इसी प्रकार प्रथम सेमेस्टर में वर्ष 2021 के द्वितीय सेमेेस्टर का मिलेगा औसत अंक द्वितीय वर्ष, द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर में वर्ष 2019 की परीक्षा का मिलेगा औसत अंक परीक्षा समिति व कार्यपरिषद के अनुमोदन में बाद छात्रों की होगी पदोन्नति
वहीं दूसरी तरफ शासन के निर्देश पर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने ई-कंटेंट तैयार करना शुरू कर दिया है। पाठ्यक्रमवार ई-कंटेंट, वीडियो लेक्चर वेब-पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे ताकि विश्वविद्यालय व इससे संबद्ध कालेजों के विद्यार्थी इसे डाउनलोड कर अध्ययन जारी रख सकें। उधर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 21 जुलाई हेड-डीन की बैठक बुलाई है। प्राथमिक विद्यालयों से लगायत विश्वविद्यालयों में पठन-पाठन शुरू होने को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई। कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए शासन वर्क फ्रॉम होम को प्रोत्साहित करने में जुटा है।