महमूरगंज रोड पर पीडब्ल्यूडी की लापरवाही लील रही लोगों की जान

सिगरा-रथयात्रा-महमूरगंज मार्ग पर विभागों की लापरवाही लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। एसी में बैठे हैं साहब।

By Vandana SinghEdited By: Publish:Wed, 29 May 2019 06:41 PM (IST) Updated:Thu, 30 May 2019 09:04 PM (IST)
महमूरगंज रोड पर पीडब्ल्यूडी की लापरवाही लील रही लोगों की जान
महमूरगंज रोड पर पीडब्ल्यूडी की लापरवाही लील रही लोगों की जान

वाराणसी, जेएनएन। सिगरा-रथयात्रा-महमूरगंज मार्ग पर विभागों की लापरवाही लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। इस सड़क पर गंगा प्रदूषण, जलकल से लेकर लोक निर्माण विभाग ने लापरवाही की प्रयोगशाला बना रखा। सिगरा, महमूरगंज, रथयात्रा मार्ग को प्रवासी भारतीय दिवस के पहले ही बन जाना चाहिए था। विभागों की लापरवाही को लेकर महमूरगंज व्यापार मंडल ने थाने पर लिखित तहरीर भी दी थी। बीते सोमवार देर रात ही पीडब्ल्यूडी के डंपर से टकराकर प्रिंस सिंह की मौत हो गई। बावजूद सबके लोक निर्माण विभाग के अभियंता एसी कमरों से निकलने को तैयार नहीं हैं। आस पास के लोगों का सवाल है कि आखिर कब तक सड़क यूं ही पड़ी रहेगी और लोग मरते या घायल होते रहेंगे। इससे पूर्व भी स्थानीय अमित गुप्ता की महमूरगंज-भिखारीपुर मार्ग पर दुर्घटना में मौत हो गई थी। इतने के बावजूद लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से लेकर अधीक्षण अभियंता स्थलीय निरीक्षण की जहमत उठाना उचित नहीं समझते।

व्यापार मंडल के नेता शोभनाथ मौर्य ने बताया कि अभी भी गंगा प्रदूषण नियंत्रण ने अभी भी कई जगह खुदाई कर रखी है। अगर लोक निर्माण विभाग चाहे तो सड़क निर्माण कर सकता है लेकिन जनता की सुविधा पर लापरवाही भारी पड़ रही है।

ओवरलोड भारी वाहन बने मुसीबत

इस निर्माणाधीन सड़क पर वैसे ही तमाम गड्ढे हैं। इन पर भी दिन ढलते ही ओवरलोड भारी वाहनों का आवागमन शुरू हो जाता है। इन सबके बीच ही पीडब्ल्यूडी के डंपर कुछ जगहों पर निर्माण की रस्म अदायगी भी करते दिख जाएंगे। स्थानीय लोगों के मुताबिक आए दिन लोग गड्ढों में गिरकर घायल होते रहते हैं।

वर्जन

गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई द्वारा अभी भी कई जगह गड्ढे खोदे गए हैं, इसके चलते सड़क निर्माण में बाधा उत्पन्न हो रही है।

 -जीपी पांडेय, मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग

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