Varanasi के जिला जेल में बीमार कैदी की मौत, 15 दिन से पेट दर्द की कर रहा था शिकायत

Varanasi के जिला जेल में बुधवार को एक कैदी की मौत हो गई जिससे पूरे परिसर में हड़कंप मच गया। मृतक 15 दिनों से पेट दर्द की शिकायत कर रहा था लेकिन उसे अस्पताल नहीं भेजा गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 02:45 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 12:18 AM (IST)
Varanasi के जिला जेल में बीमार कैदी की मौत, 15 दिन से पेट दर्द की कर रहा था शिकायत
Varanasi के जिला जेल में बीमार कैदी की मौत, 15 दिन से पेट दर्द की कर रहा था शिकायत

वाराणसी, जेएनएन। जिला जेल में बुधवार को एक कैदी की मौत हो गई जिससे पूरे परिसर में हड़कंप मच गया। मृतक 15 दिनों से पेट दर्द की शिकायत कर रहा था लेकिन उसे अस्पताल नहीं भेजा गया। इससे नाराज कैदियों ने कुछ देर के लिए जेल प्रशासन को शव देने से इंकार कर दिया था लेकिन बाद में बंदी रक्षकों ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक बैरक नंबर छह में बंद था।

जले अधीक्षक पवन कुमार त्रिवेदी ने हार्ट अटैक से मौत होने की आशंका जाहिर की है, हालांकि स्पष्ट जानकारी के लिए उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। जेल अधीक्षक ने बताया कि मृतक का नाम हेमंत सैनी (30 वर्ष)  है। वह राजस्थान के सिकर का निवासी है। सुबह अचानक तबियत खराब होने बाद मौत हो गई। मृतक 31 जनवरी को जनपद के आदमपुर थाने से दुष्कर्म के आरोप में जेल बंद हुआ था। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टता हार्ट अटैक से मौत लग रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। मृतक के परिवारजनों को सूचना दे दी गई है।

जेल के 100 से अधिक बीमार, 13 की कोरोना जांच

देश के कई जेलों में कोरोना दाखिल हो चुका है। जिला जेल में भी वर्तमान में एक 100 से अधिक कैदी व बंदी बीमार हैं। कोई खांस रहा है तो किसी को जुकाम, पेट दर्द, शुगर, दिल संबंधित बीमारी है। ऐसे की एक बंदी की बुधवार की सुबह एक की मौत भी हो गई जिस पर जेल के अंदर हंड़कंप मचा गया।

जेल प्रशासन ने स्वास्थ्य टीम को बुलाकर नियमित तौर जांच कराता है। नियमित तौर पर दो डॉक्टर व एक फार्मासिस्ट की तैनाती है। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में दो बंदी बीमार हैं। जिला जेल में बंदी व कैदी निर्धारित संख्या 747 से दो गुना से भी ज्यादा हैं। वर्तमान में करीब 1876 की संख्या है। प्रति बैरक 45 लोगों को रखना है जबकि 110 से 135 तक कैदी व बंदी रहते हैं। इसमें 130 महिलाएं हैं। जिला जेल में कुल 17 बैरक हैं। जिला जेल में 747 कैदियों के लिए 110 बंदीरक्षक निर्धारित हैं जबकि बंद 1876 के सापेक्ष बेहद कम है।

कमलापति त्रिपाठी इंटर कालेज में अस्थाई जेल

कोरोना के मददेनजर अस्थाई जेल बनाया गया है। जो पहले रोहनियां थाना क्षेत्र के जगतपुर इंटर कालेज में बनाया गया था। उसे अब कमला पति त्रिपाठी इंटर कालेज में शिफ्ट किया गया है। जिसमें 45 कैदी अस्थाई जेल में बंद है। जेल अधिक्षक पवन त्रिवेदी ने बताया कि कोरोना की जांच के बाद कैदियों व बंदियों को जेल में शिफ्ट किया जा रहा है

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