PFI in Jaunpur : दो वर्ष से पुलिस के निशाने पर थे अबू हुफैजा और साजिद, पूर्व में हिरासत में लेकर हुई थी पूछताछ

पीएफआइ की संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी के लिए देशभर में एनआइए की छापेमारी के बाद जौनपुर में भी सतर्कता बढ़ा दी गई थी। दो वर्ष पूर्व से ही पुलिस के निशाने पर रहे मदरसा शिक्षक अबू हुफैजा व साजिद को पुख्ता जानकारी मिलने के बाद एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 28 Sep 2022 10:35 AM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2022 10:35 AM (IST)
PFI in Jaunpur : दो वर्ष से पुलिस के निशाने पर थे अबू हुफैजा और साजिद, पूर्व में हिरासत में लेकर हुई थी पूछताछ
पीएफआइ की संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी के लिए एनआइए की छापेमारी के बाद जौनपुर में सतर्कता बढ़ा दी गई।

जागरण संवाददाता, जौनपुर : पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) की संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी के लिए देशभर में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) की छापेमारी के बाद जिले में भी सतर्कता बढ़ा दी गई थी। स्थानीय खुफिया तंत्र इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) व स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआइयू) के साथ ही पुलिस को भी सतर्क कर दिया गया था। खुफिया तंत्र को ऐसे हर शख्स की निगहबानी की हिदायत दी गई है जिसका पीएफआइ या उसके राजनीतिक संगठन सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआइ) से ताल्लुक होने का संदेह हो। ऐेसे में दो वर्ष पूर्व से ही पुलिस के निशाने पर रहे मदरसा शिक्षक अबू हुफैजा व साजिद को सोमवार को पुख्ता जानकारी मिलने के बाद एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया।

28 नवंबर 2005 को हरपालगंज स्टेशन के पास श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन में बम विस्फोट से पूरा देश दहल उठा था

करीब दो दशक पूर्व राष्ट्रविरोधी संगठनों ने जिले में अपनी जड़ें जमानी शुरू की थीं। संवेदनशील शाहगंज, खेतासराय व कुछ अन्य इलाकों के कई युवक इनके संपर्क में आ गए। इसी दौरान 28 नवंबर 2005 को हरपालगंज स्टेशन के पास श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन में बम विस्फोट से पूरा देश दहल उठा था। इसके दो साल बाद ही 23 नवंबर 2007 को न्यायालयों में हुए सीरियल बम धमाके के तार भी जौनपुर से जुड़े थे। इसके बाद निगरानी बढ़ने व सख्ती किए जाने पर इनके संपर्क में आए युवकों ने एक तरह से ऐसी गतिविधियों में हिस्सा लेने से तौबा कर लिया था।

श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन बम धमाके में दोषी दो बांग्लादेशी आतंकी जिला कारागार में बंद हैं। कचहरी धमाके में धराया मड़ियाहूं निवासी खालिद मुजाहिद का इंतकाल हो चुका है। एनआरसी व सीसीए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने एक फरवरी 2020 को शाहगंज के सहावें गांव से साजिद के साथ दो युवकों को पीएफआइ से ताल्लुक रखने के संदेह में हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया था।

इसी तरह शाहगंज के नजीराबाद मोहल्ले में किराए के मकान से गिरफ्तार क्षेत्र के उसरौली निवासी मौलाना अबू हुफैजा लंबे अर्से से खुफिया एजेंसियों के रडार पर था। वह गांव में कम ही रहता था। पिता अकील अहमद उर्फ वकील की गांव में ही परचून की दुकान है तथा यह तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर है।

मां काफी पहले गुजर चुकी हैं। उसरौली के पूर्व प्रधान पंकज मिश्र ने बताया कि कि हुफैजा की गतिविधियों के बारे में गांव में तो ज्यादा कुछ किसी को नहीं पता, लेकिन मेरे प्रधान होने के नाते कई बार पुलिस व खुफिया एजेंसियां इसके बारे में पूछताछ करती थीं। इससे लगता रहा कि हुफैजा की गतिविधि संदिग्ध जरूर थीं। सोमवार की रात भी गांव में पुलिस आई थी और उसके पिता अकील अहमद को साथ ले गई थी। हुफैजा की गिरफ्तारी के बाद अकील घर आ गए।

अलर्ट पर जनपद, बनाए गए हैं तीन जोन व दस सेक्टर

पीएफआइ से जुड़े लोगों के ठिकानों पर एनआइए व पुलिस की देशभर में छापेमारी और सौ से अधिक की गिरफ्तारी के बाद जनपद भी अलर्ट पर है। पुलिस मुख्यालय के आदेश पर पुलिस प्रशासन चौकन्ना है। शहर, खेतासराय, शाहगंज व अन्य संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। एसएसपी अजय कुमार साहनी ने बताया कि शारदीय नवरात्र, दुर्गापूजा, विजयदशमी, भरत मिलाप व बारावफात को देखते हुए जिले को तीन जोन व दस सेक्टरों में बांटकर प्रभारियों की नियुक्ति की गई है। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के संवेदनशील इलाकों में पैदल गश्त बढ़ा दी गई है।

गांवों के चौकीदारों तक को संदिग्धों पर नजर रखने का जिम्मा सौंपा गया

होटलों, ढाबों और सार्वजनिक स्थलों की बराबर चेकिंग कराई जा रही है। गांवों के चौकीदारों तक को संदिग्धों पर नजर रखने का जिम्मा सौंपा गया है। स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआइयू) व इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) को भी पूरी तरह सतर्क कर दिया गया है। इसके साथ ही आइटी सेल को भी सतर्क कर दिया गया है। फेसबुक, वाट्सएप, पोर्टलों पर प्रसारित किए जाने वाले संदेशों पर पैनी नजर रखने की हिदायत दी गई है। यदि कोई किसी भी तरह की आपत्तिजनक पोस्ट, मैसेज या टिप्पणी करेगा तो स्वत: संज्ञान लेकर तुरंत विधिक कार्रवाई करने को कहा गया है।

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