रामनवमी पर काशी में मुस्लिम महिलाओं ने सौहार्द के दीपक से की श्रीराम की आरती

वाराणसी में विशाल भारत संस्‍थान और मुस्लिम महिला फाउंडेशन की ओर से रामनवमी उत्‍सव मनाया गया। इसमें मुस्लिम महिलाओं ने श्रीराम की आरती उतारी।

By Vandana SinghEdited By: Publish:Sat, 13 Apr 2019 01:10 PM (IST) Updated:Sat, 13 Apr 2019 08:01 PM (IST)
रामनवमी पर काशी में मुस्लिम महिलाओं ने सौहार्द के दीपक से की श्रीराम की आरती
रामनवमी पर काशी में मुस्लिम महिलाओं ने सौहार्द के दीपक से की श्रीराम की आरती

वाराणसी, जेएनएन। साम्‍प्रदायिक एकता की मिसाल रखते हुए रामनवमी के पावन अवसर पर मुस्लिम महिलाअों ने सौहार्द के दीपक से श्रीराम की भव्‍य आरती की। शनिवार को लमही स्थित सुभाषनगर कालोनी में विशाल भारत संस्‍थान और मुस्लिम महिला फाउंडेशन की ओर से रामनवमी उत्‍सव धूमधाम से मनाया गया। यह संस्‍थान पिछले 13 वर्षों से लगातार रामनवमी उत्‍सव मनाता आ रहा है जिसमें मुस्लिम महिलाएं बढचढकर हिस्‍सा लेती हैं और रामजी की आरती, पूजा करती हैं। शनिवार को श्री राम के जन्मोत्सव पर महिलाओं ने ढोल बजाकर सोहर गाया और प्रभु श्री राम के जन्म की एक दूसरे को बधाई दी। इस मौके पर हनुमान चालीसा फेम नाजनीन अंसारी द्वारा उर्दू में रचित श्री राम आरती की प्रस्तुति की गई। इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने देश के हिंदू मुसलमानों को एक भावनात्मक सूत्र में बांध दिया ।

मुस्लिम महिलाओं का कहना था कि श्रीराम किसी एक के नहीं हैं, जगत के मालिक हैं और हमारे पूर्वज श्री राम के वंशज हैं। मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने धर्म बदला लेकिन संस्कृति नहीं बदली। हम पूर्वजों से श्री राम को मानने वाले हैं इसलिए उनके जन्‍मोत्‍सव को सभी धर्म और जातियों के लोग मनाते हैं। कहा श्री राम के रास्ते पर चलकर ही अधर्म और आतंकवाद को खत्म किया जा सकता है । श्री राम आरती भारत की संस्कृति का अभिन्न अंग है । अगर पाकिस्तान भगवान श्रीराम को अपने पूर्वजों की तरह आराध्य माने तो वहां स्थाई शांति आ सकती है।

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