काशी विश्वनाथ मंदिर गली के दुकानदारों से नहीं होगी कोई जबरदस्ती : डा. नीलकंठ तिवारी

प्रदेश के राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने रविवार को बांसफाटक स्थित श्रीकाशी विश्वनाथ दर्शनार्थी सुविधा केंद्र में व्यापारियों के साथ वार्ता की। इस दौरान जिला प्रशासन के अफसर भी मौजूद थे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 03 Feb 2019 10:11 PM (IST) Updated:Mon, 04 Feb 2019 09:06 AM (IST)
काशी विश्वनाथ मंदिर गली के दुकानदारों से नहीं होगी कोई जबरदस्ती : डा. नीलकंठ तिवारी
काशी विश्वनाथ मंदिर गली के दुकानदारों से नहीं होगी कोई जबरदस्ती : डा. नीलकंठ तिवारी

वाराणसी, जेएनएन । प्रदेश के राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने रविवार को बांसफाटक स्थित श्रीकाशी विश्वनाथ दर्शनार्थी सुविधा केंद्र में व्यापारियों के साथ वार्ता की। इस दौरान जिला प्रशासन के अफसर भी मौजूद थे। राज्यमंत्री ने दुकानदारों को भरोसा दिया कि उनके साथ किसी प्रकार की जबरदस्ती नहीं की जाएगी। कोर्ट के आदेश का सम्मान होगा। श्रीकाशी विश्वनाथ कारिडोर के लिए गठन पर विचार के लिए सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखा जाएगा।

वार्ता में विश्वनाथ गली व्यवसायिक समिति कहना था कि एक तरफ तो अधिकारी वार्ता के लिए बुलाते हैं तो दूसरी ओर अपने कार्यालय के गुंडों को भेज कर दुकानदार का अपहरण करने की कोशिश करते हैं। इनकी बातों का कोई विश्वास नहीं है। कथनी और करनी में अन्तर है। न्यायालय की शरण में गए लोगों को परेशान करने का कोई न कोई रास्ता निकाल लेते है। स्टे के बावजूद मंदिर के सामने गंगा-जमुनी जहजीब की निशानी नौबतखाने को तोड़ा जा रहा है। समिति ने मंदिर प्रशासन से तुरंत दुकान देने व कारिडोर का नक्शा सार्वजनिक करने की मांग रखी। मंदिर प्रशासन व व्यवसायियों को मिलाकर सामंजस्य कमेटी के गठन की बात की। बैठक में राज्यमंत्री नीलकंठ के अलावा मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह, एसडीएम विनोद सिंह, व्यावसायिक समिति के अध्यक्ष महेशचंद्र मिश्र, नवीन गिरी, सोनालाल सेठ, विनोद मिश्र, भानू मिश्र, राजरतन सिंह, संतलाल दुबे शामिल थे। 

व्यापारी बैठे थे धरने पर :  अफसरों के रवैये से नाराज विश्वनाथ गली के व्यापारी धरने पर बैठ गए थे जिसको लेकर राज्यमंत्री ने दोनों पक्षों के बीच वार्ता कराने का भरोसा दिया था।

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