डांसर Sapna Chaudhary की शादी कराने वाले बद्री विशाल, जानिए उनके बारे में सबकुछ

जापलिनगंज स्थित द वैदिक फाउंडेशन के संस्थापक बद्री विशाल समाज से कुरीतियों को खत्म करने विलुप्त हो रहे संस्कारो को जीवंत करने व देशी नस्ल की गौ-सेवा को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ वृंदावन अयोध्या दिल्ली समेत कई शहरों में मुहिम चला रहे है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 07 Nov 2020 09:50 AM (IST) Updated:Sat, 07 Nov 2020 09:50 AM (IST)
डांसर Sapna Chaudhary की शादी कराने वाले बद्री विशाल, जानिए उनके बारे में सबकुछ
बलिया के ही आश्रम में सपना चौधरी ने वीर साहू के साथ एक दूसरे को वरमाला पहनाकर विवाह किया था।

बलिया, जेएनएन। हरियाणवी डांसर सपना चौधरी की शादी की चर्चा होते ही बलिया निवासी बद्री विशाल का नाम अपने आप जेहन में घूमने लगता है। वजह कि सपना चौधरी ने इनको अपना गुरू माना है। जापलिनगंज स्थित 'द वैदिक फाउंडेशन' के संस्थापक बद्री विशाल समाज से कुरीतियों को खत्म करने, विलुप्त हो रहे संस्कारो को जीवंत करने व देशी नस्ल की गौ-सेवा को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ, वृंदावन, अयोध्या, दिल्ली समेत कई शहरों में मुहिम चला रहे है। उनके सानिध्य में देश के कई नामचीन हस्ती व संत जुड़े हैं। बलिया के ही आश्रम में सपना चौधरी ने वीर साहू के साथ एक दूसरे को वरमाला पहनाकर विवाह किया था।

बचपन में दादी स्व जीरा देवी के साथ-साथ ठाकुर जी की पूजा पाठ और अपने दादा के पहनावे धोती कुर्ता से वह प्रभावित हुए। इसके बाद ठाकुर जी की पूजा की तरफ उनका झुकाव हुआ और अपने दादा के पहनावे को अपना लिया। समय के साथ यह धार्मिक तीर्थस्थलों का भ्रमण करने लगे और इनका झुकाव साधु संत की तरफ हो गया। बद्री विशाल ने शहर मेें तीन वर्ष तक प्रभातफेरी निकाली, जिसमें देश सहित विदेशों से भी कई नामचीन हस्तियों ने भाग लिया था।

देशी गायों के संरक्षण के लिए गौशाला बनाने की है सोच

बद्री विशाल की सोच जिले में एक बढ़िया गौशाला का निर्माण करने की है, जिसमें देशी गायों का संरक्षण हो। बद्री विशालजी जिले में एक बढ़िया गौशाला का निर्माण करना चाहते है जिसमें देशी नस्ल की गायों का संरक्षण हो। उनका मानना है कि देशी नस्ल की गायों में हर कण-कण में भगवान का वास होता है। इनकी सेवा साक्षात ईश्वर की सेवा है। हालांकि, कुछ स्थानीय दिक्कतों की वजह से गौशाला अब तक मूर्त रूप नहीं ले सकी है।

पर्यावरण व संस्कृति बचाने की मुहिम, गरीब बेटियों की कराते हैं शादी

फाउंडशेन के अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि जिले की संस्कृत संजोने के साथ श्रृंगार अभियान, जिसमें पर्यावरण को साफ सुथरा रखने की मुहिम चलाई जा रही है। इसके तहत शहर के दर्जनों स्थानों पर पौधारोपण किया गया है, जो आज भी हराभरा है। उपहार अभियान के अन्तर्गत असहाय बेटियों की शादी संस्था द्वारा कराई जाती है और समय-समय पर धर्मिक कार्यक्रम होते हैं।

chat bot
आपका साथी