Prediction of Baba Vanga : बुल्‍गारिया की बाबा वेंगा की भविष्‍यवाणी सच हुई तो वाराणसी सहित समूचा यूपी होगा प्रभावित, जान लें पूरा मामला

बुल्‍गारिया की बाबा वेंगा वैसे तो कम उम्र में अपनी आंखों की देखने की क्षमता खो चुकी थीं मगर उनके देखने की क्षमता खत्‍म होने के बाद उनकी कई भविष्‍यवाणी सच हुई है। एक भविष्‍यवाणी के अनुसार वर्ष 2022 में वाराणसी सहित पूर्वांचल अकाल से प्रभावित होगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 17 Aug 2022 10:25 AM (IST) Updated:Wed, 17 Aug 2022 11:22 AM (IST)
Prediction of Baba Vanga : बुल्‍गारिया की बाबा वेंगा की भविष्‍यवाणी सच हुई तो वाराणसी सहित समूचा यूपी होगा प्रभावित, जान लें पूरा मामला
बाबा वेंगा की नई भविष्‍यवाणी भारत में अकाल को लेकर है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। बाबा वेंगा की 2022 को लेकर भविष्‍यवाणी में जानकारी दी गई है कि हरियाली और भोजन की वजह से टिड्डियों के झुंड भारत पर हमला करेंगे, जिससे यहां फसलों को गंभीर नुकसान पहुंचेगा और देश में अकाल फैल जाएगा। दरअसल पूर्व में भी पाकिस्‍तान से होते हुए टिड्डियों के झुंड पूर्वांचल तक पहुंचे थे और फसलों को काफी नुकसान हुआ था। लंबे समय से पाकिस्‍तान के रास्‍ते टिड्डियों का समूह देश में पंजाब और राजस्‍थान के रास्‍ते दाखिल होकर यूपी में पश्चिम से लेकर पूर्वांचल तक असर करते रहे हैं। इससे फसलें भी काफी प्रभावित होती रही हैं।  

बाबा वेंगा ने तमाम अलिखित भविष्‍यवाणियां की हैं, उनके विश्‍व स्‍तर के दावों को लोगों ने दर्ज किया है और तमाम दावों को जमीन पर सच होते पाया है। दावों के मुताबिक वर्ष 2022 में भारत में टिड्डियों के हमले होने की उम्‍मीद है। उनके झुंड के हमलों की वजह से फसल भी खराब होगी। ज‍बकि अभी जायद का समय चल रहा है और खरीफ की फसल का समय आने जा रहा है। इसके ठीक बाद रबी की फसल की तैयारी की जानी है। ऐसे में अगले चार माह में फसलों पर टिड्डियों के हमले हो सकते हैं। वहीं कम बारिश की वजह से फसलें पूर्व में ही प्रभावित होने लगी हैं।  

बु‍ल्‍गारिया की मूल निवासी बाबा वैंगा की पहचान उनकी भविष्‍यवाणियों को लेकर है। विश्‍व की तमाम प्रमुख घटनाओं और हालातों को लेकर उनकी भविष्‍यवाणियां सच साबित हुई थीं। इसकी वजह से उनकी पहचान विश्‍वभर में उनके अनुमानों को लेकर रही हैं। उनका असली नाम वांगेलिया गुश्टेरोवा था। उन्होंने 12 साल की उम्र में आंखों की रोशनी के साथ ही अपनी देखने की क्षमता खो दी थी।

उनके आंखों की रोशनी भले ही चली गई लेकिन बाद में वह दावा करने लगीं कि ईश्‍वर ने उन्हें भविष्य देखने की दिव्य दृष्टि दी है। हालांकि, वर्ष 1996 में उनकी मौत हो गई मगर आज भी भविष्‍य को लेकर उनके अनुमानों को खूब चाव से पढ़ा और परखा जाता है। पूर्व में विश्‍व स्‍तर पर तमाम उनकी भविष्‍यवाणियां सच हुई हैं और आने वाले दिनों को लेकर उनके अनुमानों पर पूरे विश्‍व की नजर रहती है। 

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