कारगिल शहीद की पत्‍नी बोलीं- मुझे गर्व है, मेरे पति देश की रक्षा के लिए हुए शहीद

कारगिल में शहीद अज्ञात सिंह की पत्नी सरोज सिंह का कहना है कि मेरे पति सेना में शामिल होकर देश की रक्षा के लिए बलिदान दिए हैं।

By Edited By: Publish:Fri, 26 Jul 2019 01:35 AM (IST) Updated:Fri, 26 Jul 2019 11:11 AM (IST)
कारगिल शहीद की पत्‍नी बोलीं- मुझे गर्व है, मेरे पति देश की रक्षा के लिए हुए शहीद
कारगिल शहीद की पत्‍नी बोलीं- मुझे गर्व है, मेरे पति देश की रक्षा के लिए हुए शहीद

वाराणसी, जेएनएन। कारगिल में शहीद अज्ञात सिंह की पत्नी सरोज सिंह का कहना है कि मेरे पति सेना में शामिल होकर देश की रक्षा के लिए बलिदान हुए हैं। इस पर मुझे गर्व है । उनके खून का एक-एक कतरा भारत मां की रक्षा के लिए समर्पित हुआ है । यह बात कहते हुए उनके आँखों से आँसू की बूंदे टपकने लगी। सरोज मूल रूप से धानापुर के बुधुपुर चंदौली के रहने वाली हैं। अब ये सारनाथ में अनमोल नगर कालोनी में मकान बनवाकर अपने बच्चे के साथ रहती है। उन्होंने बताया कि 1999 में हुए कारगिल युद्ध के दौरान अज्ञात सिंह की 38 रेजीमेंट बटालियन में बीकानेर में तैनाती थी। उस वक्त मेरा बड़ा बेटा आमिल 13, दिलीप 11 व पुत्री अमृता सात वर्ष की थी । जब चार जनवरी 1999 को कारगिल युद्ध मे पति के शहीद होने की खबर घर पर आई तो सास-श्वसुर ने हौसला बढ़ाया। मुझे तीनो बच्चों की परवरिश की चिंता थी। सास-श्वसुर ने मेरा साथ दिया और बच्चों का लालन पालन शुरू किया। कुछ समय बाद मुझे जम्मू में केंद्रीय विद्यालय में अध्यापक की नौकरी मिल रही थी लेकिन काफी दूरी के कारण नहीं गई। सरोज का कहना है कि उस समय केंद्र सरकार से 13 लाख रुपयेव एक पेट्रोल पंप का लाइसेंस मिला लेकिन राज्य सरकार की ओर से कुछ नहीं मिला। 

शहीद को नहीं भूल पाता परिवार शहीद पिता अज्ञात सिंह की शहादत परिवार के लोग आज भी नही भूलते हैं। प्रति वर्ष चार जनवरी को परिवार के सभी लोग एकत्र होकर मा सरोज सिंह की अगुवाई में सभी बच्चो के साथ परिवार के अन्य सदस्य शहीद अज्ञात सिंह के फोटो पर पुष्प के साथ श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं ।

chat bot
आपका साथी