जनगणना में पूछेगी सरकार कि कौन सा खाते हैं आप अनाज, मोबाइल एप पर भी दर्ज होंगी जानकारियां

10 साल बाद होने जा रही जनगणना 2021 कई मायने में अलग होगी इस बार जनसंख्या की गणना के दौरान कई नए सवाल भी पूछे जाएंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 12:31 PM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 12:31 PM (IST)
जनगणना में पूछेगी सरकार कि कौन सा खाते हैं आप अनाज, मोबाइल एप पर भी दर्ज होंगी जानकारियां
जनगणना में पूछेगी सरकार कि कौन सा खाते हैं आप अनाज, मोबाइल एप पर भी दर्ज होंगी जानकारियां

वाराणसी, जेएनएन। 10 साल बाद होने जा रही जनगणना 2021 कई मायने में अलग होगी। इस बार जनसंख्या की गणना के दौरान कई नए सवाल भी पूछे जाएंगे। डिजिटल युग में जनगणना के आंकड़े मोबाइल एप में भी दर्ज किए जाएंगे। 

जनगणना 2021 में लगे कर्मचारी आपके खान-पान से लेकर दैनिक जीवन में काम आने वाले सवाल भी पूछेंगे। नए सवालों की सूची में आप कौन सा अनाज खाते हैं। काली दाल या पीली दाल का सेवन करते हैं। घर में मोबाइल फोन, इंटरनेट की सुविधा, लैपटॉप-डेस्कटाप, शौचालय की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था का क्या स्रोत है, जैसे नए सवाल भी होंगे।

आयुक्त सभागार में गुरुवार को दीपक अग्रवाल तथा मुख्य प्रधान जनगणना अधिकारी नरेंद्र शंकर पांडेय ने जनगणना 2021, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) की तैयारियों को लेकर समीक्षा की।  

निदेशक एवं मुख्य प्रधान जनगणना अधिकारी नरेंद्र शंकर पांडेय ने प्रोजेक्टर के माध्यम से जनगणना एवं एनपीआर के कार्यों की तैयारियों, समय सारणी एवं कार्ययोजना से संबंधित जानकारी दी। बताया कि मकान सूचीकरण एवं मकानों की गणना अनुसूची भरने का उद्देश्य उन सभी आवासीय तथा गैर आवासीय मकानों को सूचीबद्ध करना है, जहां लोग रहते हैं या उनके रहने की संभावना हो।

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि जनगणना जैसे लोक हितकारी राष्ट्रीय महत्व के कार्य में शिथिलता बरतने वाले या कार्य में सहयोग न करने वाले अधिकारियों को जनगणना अधिनियम की धाराओं के तहत दंडित किए जाने का प्रावधान है। जनपदों/तहसीलों में लगने वाले सभी प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों की सूची को अंतिम रूप देते हुए निर्धारित कार्य योजना एवं समयसीमा में फीड कराएं। जनगणना को लेकर आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। 

मोबाइल एप पर काम करने वालों को मिलेगा 25 हजार मानदेय 

भारत में पहली बार जनगणना के लिए कागज के साथ-साथ तकनीक का भी उपयोग होगा। जनगणना से संबंधित आंकड़ों को कागज पर दर्ज करने के साथ ही संबंधित मोबाइल एप पर भी दर्ज किया जाएगा। मोबाइल एप पर कार्य करने वाले प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों को 25 हजार रुपये मानदेय मिलेगा। 

सेना-पुलिस को लेकर जुटाई गई जानकारी रहेगी गोपनीय 

पुलिस लाइन, शिव प्रसाद गुप्त अस्पताल, उत्तर रेलवे, एनई रेलवे, बीएचयू, जिला कारागार, सेंट्रल जेल, सीआरपीएफ 95 बटालियन, 34वीं वाहिनी पीएसी भुल्लनपुर, सीआइएसएफ एलबीएस एयरपोर्ट की जनगणना से संबंधित जानकारी गोपनीय रहेगी। 

210 मलिन बस्तियों की पहचान

जनगणना की तैयारियों के क्रम में नगर निगम की ओर से 210 मलिन बस्तियों की पहचान की गई है। नगर निगम में कुल सात विशेष चार्ज और रामनगर नगर पालिक में एक विशेष चार्ज है। 

10 साल में बदल गया क्षेत्राधिकार, राजस्व ग्राम और वार्ड नंबर

2011 के बाद होने जा रही 2021 की जनगणना के बीच दस साल में वाराणसी जनपद में राजस्व ग्रामों, वार्ड नंबर से लेकर कई चीजें बदल गई हैं। 79 ग्राम तहसील सदर से नगर निगम में प्रस्तावित हो चुके हैं। ग्राम पंचायत लोहता को नगर पंचायत लोहता प्रस्तावित है। जनगणना 2011 के बाद नई तहसील बनी जिसमें सदर से 436 गांव राजातालाब तहसील में सम्मिलित किए गए। पिंडरा से तहसील सदर में 10 गांव शामिल हुए। कई वार्डों के नंबर में परिवर्तन हो चुका है। 

जनगणना में 10 हजार की ड्यूटी

वाराणसी की जनसंख्या की गणना के लिए 10038 अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। आठ चार्ज अधिकारी, 29 सहायक चार्ज अधिकारी, चार मास्टर ट्रेनर, 121 फील्ड ट्रेनर, 1411 पर्यवेक्षक, 8465 प्रगणक। 

- जनगणना के माध्यम से 10 वर्षों में जनसंख्या में वृद्धि के साथ-साथ इस बात की भी जानकारी मिलेगी कि  पारिवारिक सुविधाओं में कितनी वृद्धि हुई- नरेंद्र शंकर पांडेय, मुख्य प्रधान जनगणना अधिकारी

- जनगणना न सिर्फ विभिन्न आंकड़े प्रदान करती है बल्कि जन कल्याण की सभी योजनाओं का आधार बनती है। जनगणना से जनकल्याण होगा। - दीपक अग्रवाल, कमिश्नर

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