फार्मूला पी-3 के तहत 100 की रफ्तार से दौड़ेगी मालगाड़ी, रेलवे बोर्ड ने दिए थे निर्देश

रेल ढांचे में विकास यात्रियों की सुविधा में सुधार के बाद अब भारतीय रेलवे ने मालगाडिय़ों को भी रफ्तार देने की कवायद तेज कर दी है। गत वर्ष के रेलवे बोर्ड के निर्देश जिसमें खाली मालग

By Vandana SinghEdited By: Publish:Thu, 11 Apr 2019 04:36 PM (IST) Updated:Fri, 12 Apr 2019 08:30 AM (IST)
फार्मूला पी-3 के तहत 100 की रफ्तार से दौड़ेगी मालगाड़ी, रेलवे बोर्ड ने दिए थे निर्देश
फार्मूला पी-3 के तहत 100 की रफ्तार से दौड़ेगी मालगाड़ी, रेलवे बोर्ड ने दिए थे निर्देश

वाराणसी, जेएनएन। रेल ढांचे में विकास, यात्रियों की सुविधा में सुधार के बाद अब भारतीय रेलवे ने मालगाडिय़ों को भी रफ्तार देने की कवायद तेज कर दी है। गत वर्ष के  रेलवे बोर्ड के निर्देश जिसमें खाली मालगाडिय़ों की रफ्तार बढ़ाकर 65 किमी प्रति घंटा से बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटा करने के निर्देश दिए गए थे। इस योजना को फार्मूला पी-3 का नाम दिया गया है। सबसे पहले उत्तर रेलवे दिल्ली मंडल, मध्य रेलवे को जमीन पर लाना था। अब इस प्रयोग को लखनऊ मंडल के वाराणसी कैंट स्टेशन पर भी अपनाया जा रहा है। अगर बोर्ड के निर्देशों के मुताबिक मालगाड़ी को दिल्ली से वाराणसी रूट पर भी दौड़ाना है।

विकास को रफ्तार देने की कवायद

इस पूरी योजना के पीछे विकास की गाड़ी को रफ्तार देना मुख्य कारण बताया जा रहा है। रेल अधिकारियों के मुताबिक इस पूरी योजना का मकसद जल्द उत्पादन इकाइयों से माल लोड  अनलोड करने के बाद दोबारा माल लादने के लिए उत्पादन इकाइयों तक पहुंचना है। इससे विकास कार्य में इस्तेमाल होने कोयला व अन्य निर्माण सामग्री को लाना व ले जाना है।

रेलवे बोर्ड के निर्देश के मुताबिक उत्तर रेलवे सेक्शन में खाली मालगाड़ी के वैगन को 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया जा रहा है।

-सिद्धार्थ वर्मा, सहायक परिचालन प्रबंधक कैंट स्टेशन।

   

ये भी जानें

- 60 गुड्स वैगन गुजरती हैं डेली।

- 20 से 30 रैक हर महीने होते है अनलोड।

-शिवपुर, चौखंडी और काशी स्टेशन हैं शेड ।

- बनारस में उतरते हैं कोयला, खाद्य औैर सीमेंट ।

- आड़े नहीं आयेगी रैक की कमी।

- समय से होगा माल का उठान ।

- व्यापारियों को नहीं सतायेगी माल खराब होने की चिन्ता ।

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