किसान दिवस : लंदन और ओमान में लालिमा बिखेरेंगे मीरजापुर के लाल टमाटर

मीरजापुर जिले के सीखड़ क्षेत्र के वि_लपुर गांव निवासी कनकलता के खेतों में पैदा लाल टमाटर अब लंदन व ओमान में खाने का स्वाद बढ़ाएंगे। जैविक खाद की मदद से उगाए गए स्वादिष्ट टमाटरों की मांग काफी बढ़ गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 23 Dec 2020 10:05 AM (IST) Updated:Wed, 23 Dec 2020 10:05 AM (IST)
किसान दिवस : लंदन और ओमान में लालिमा बिखेरेंगे मीरजापुर के लाल टमाटर
कनकलता के खेतों में पैदा लाल टमाटर अब लंदन व ओमान में खाने का स्वाद बढ़ाएंगे।

मीरजापुर, जेएनएन। जिले के सीखड़ क्षेत्र के वि_लपुर गांव निवासी कनकलता के खेतों में पैदा लाल टमाटर अब लंदन व ओमान में खाने का स्वाद बढ़ाएंगे। जैविक खाद की मदद से उगाए गए स्वादिष्ट टमाटरों की मांग काफी बढ़ गई है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के प्रयासों के चलते मीरजापुर के टमाटरों को विश्व पटल पर नई पहचान मिल सकी है। 

विकास खंड सीखड़ में कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) नवचेतना की कनकलता ने एफपीओ में विभिन्न क्षमतावर्धन कार्यक्रम से सीख ली। परिजनों संग अथक मेहनत करते हुए सवा दो बीघे खेत में दुर्ग प्रजाति की टमाटर को चढ़ाव विधि से लगाया। लोगों की सेहत का विशेष ध्यान रखते हुए इसमें केवल सभी प्रकार के जैविक खाद और तत्वों का उपयोग किया। उनकी मेहनत रंग लाई और टमाटर की फसल काफी बढिय़ा हुई है। खेतों में टमाटर (फसल उत्पाद) का प्राथमिक मूल्यांकन करने के बाद भारत सरकार की एजेंसी कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के तत्वावधान में प्रथम खेप ओमान और लंदन जाने के लिए चयनित किया गया है। 

जैविक उत्पाद होने से अधिक मिल रहा दाम, दोगुनी हो रही आय

उप निदेशक कृषि डा. अशोक उपाध्याय ने बताया कि किसानों द्वारा जैविक खाद का प्रयोग किया जा रहा है। जैविक खाद के चलते उत्पाद स्वास्थ्य के प्रति लाभकारी है। इसके मद्देनजर जैविक खाद के प्रयोग से पैदा होने के कारण लोगों में काफी मांग है। सीखड़ ब्लाक के योगेंद्र कुमार सिंह पराली के बदले जैविक खाद तैयार कर रहे हैं। दो किग्रा गुड़, 200 लीटर पानी, 100 एमएल बेस्ट डी कंपोजर और एक एकड़ खेत की पराली को डी कंपोज करके 200 एमएल जैविक खाद तैयार कर रहे हैं। 

प्रति बिस्वा आठ कुंतल हो रही पैदावार

किसान कनकलता ने बताया कि एक छोटा सा प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान समय में प्रति बिस्वा आठ कुंतल टमाटर की पैदावार हो रही है। जैविक खाद के प्रयोग के चलते टमाटर का मूल्य मौजूदा बाजार दर से चार से आठ रुपया अधिक मूल्य पर बिक्री हो रही है।

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