बनारस में वायु प्रदूषण नियंत्रण की कवायद के तहत अब शहर से बाहर होंगे डीजल-पेट्रोल चालित वाहन

बनारस में वायु प्रदूषण कोई गंभीर समस्या पैदा न कर दे इसलिए यह कदम उठाया जाएगा।

By Edited By: Publish:Fri, 01 Nov 2019 01:26 AM (IST) Updated:Fri, 01 Nov 2019 08:22 AM (IST)
बनारस में वायु प्रदूषण नियंत्रण की कवायद के तहत अब शहर से बाहर होंगे डीजल-पेट्रोल चालित वाहन
बनारस में वायु प्रदूषण नियंत्रण की कवायद के तहत अब शहर से बाहर होंगे डीजल-पेट्रोल चालित वाहन

वाराणसी, जेएनएन। बनारस में वायु प्रदूषण कोई गंभीर समस्या पैदा न कर दे, इसके लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अतिरिक्त निदेशक डा. आरके सिंह और वैज्ञानिक डा. संजय सिंह की टीम गुरुवार को बनारस पहुंची। टीम ने एसटीपी व करसड़ा स्थित कचरा प्रसंस्करण प्लांट का दौरा करने के साथ वरुणा नदी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कालिका सिंह के साथ बैठक की। बैठक में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए डीजल-पेट्रोल चालित वाहनों को शहर से बाहर चलाने का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से डीजल व पेट्रोल से चलने वाले वाहनों को शहर से बाहर कर दिया जाएगा। इसके स्थान पर सीएनजी, बिजली और बैटरी से चालित वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसकी पहल भी हो चुकी है। चार सीएनजी स्टेशनों ने काम करना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि बड़े भवन निर्माताओं से कहा गया है कि जहां पर निर्माण कार्य हो रहा है उसके चारों और अच्छी गुणवत्ता वाली गहरे रंग की जाली लगाएं। सड़क पर जहां खोदाई का काम किया जा रहा है, वहां पर एक से अधिक बार जल छिड़काव करने को कहा गया है, नहीं तो काम बंद करने की नोटिस दी जाएगी।

वरुणा का पानी भी होगा स्वच्छ  : वरुणा नदी में इस समय आठ ड्रेनों से गंदगी सीधे गिर रही है जबकि 14 ड्रेनों को बंद होना चाहिए। इसकी जांच की जाएगी कि आखिर कौन से कारण है कि काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। नदी के डूब क्षेत्र में बने मकानों और प्रतिष्ठानों से भी गंदगी बिना रोक टोक के वरुणा में गिर रही है। शुक्रवार को इस बाबत आयुक्त ने अपने कार्यालय में कई दर्जन से अधिक विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई है।

छह को आएंगे बोर्ड के अध्यक्ष : उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जेपीएस राठौर प्रदेश के प्रमुख शहरों में खुद जाकर वायु प्रदूषण की समीक्षा करेंगे। इसी कड़ी में वह सबसे पहले छह नवंबर को वाराणसी आ रहे हैं। इस दौरे में वह जिला प्रशासन के साथ बैठक भी करेंगे।

chat bot
आपका साथी