चुनाव हारे नहीं, भाजपा से मिल बसपा ने हराया, बोले- सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव
आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने परिणाम आने के बाद कैंप कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आप सभी हारे नहीं भाजपा से मिलकर बसपा व प्रशासन ने हराया है। प्रदेश में भाजपा से कोई टक्कर ले सकता है तो सपा ही है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने परिणाम आने के बाद कैंप कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आप सभी हारे नहीं, भाजपा से मिलकर बसपा व प्रशासन ने हराया है। आजमगढ़ की जनता, सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मुझे भरपूर स्नेह व आशीर्वाद दिया। इसके कारण मामूली अंतर से हार मिली है। चुनाव जरूर हारे हैं, लेकिन हम सभी हिम्मत नहीं हारे हैं। कहा कि सपा ही भाजपा से टक्कर ले सकती है। सपा विधायक, पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने दिन-रात मेहनत की, उसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। प्रदेश में भाजपा से कोई टक्कर ले सकता है तो वह सपा ही है।
2024 के चुनाव के भाजपा सरकार को उखाड़ने के लिए अभी से लग जाएं।हम सभी संकल्प लें कि बिना अखिलेश यादव के सहयोग से दिल्ली की सरकार न बन पाए।उन्होंने महान कवि दुष्यंत की कविता मंजिल मिली न मिली, इसका मुझे गम नहीं, मंजिल के सजो में मेरा कारवां आगे बढ़ेगा...पढ़कर अपने भाषण काे समाप्त किया। इससे कार्यकर्ता जोश में नारे लगाने लगे।इस बीच उन्होंने सीबीआइ जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग का भी आरोप भाजपा पर लगाया और कहा कि अभी से लग जाएं, ताकि 2024 में अखिलेश के सहयोग के बिना केंद्र में किसी की सरकार न बन पाए।
लोकसभा उप चुनाव प्रत्याशियों को मिले मत
प्रत्याशी का नाम--------- दल--प्राप्त मत
-दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’-भाजपा--312768
-धर्मेंद्र यादव-------------सपा---304089
-शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली--बसपा--266210
-अमरावती--------अलहिंद पार्टी---1743
-जयनाथ चौहान--राष्ट्रवादी जनता कांति पार्टी-1952
-धीरज श्रीवास्तव---प्रगतिशील समाज पार्टी-2935
-रविंद्र नाथ शर्मा---मौलिक अधिकार पार्टी-2597
-सरवर अली----सरवर पार्टी-----1519
-अम्बरीष कुमार विजयता---निर्दल--1515
-पंकज कुमार यादव------निर्दल---1249
-रमाकांत यादव--------निर्दल---2535
-राजीव तलवार---------निर्दल--2549
-वीरेंद्र कुमार निषाद-----निर्दल--2377
-नोटा--------------------5369
उतार-चढ़ाव के बीच खिसकते रहे एजेंट
हार-जीत के अंतर को देखते उदास मन से मतगणना एजेंट खिसकते रहे। दोपहर तक तो प्रमुख दलों के एजेंट पूरी तत्परता से डटे रहे। वहीं आंकड़ों को मिलते रहे लेकिन जैसे ही हार-जीत का अंतर बढ़ता गया, एजेंट धीरे-धीरे निकलते गए। शुरूआत से ही भाजपा व सपा में टक्कर हुई, जो अंत कायम रही। बसपा भी काफी दूर तक दोनों दलों के पीछे लगी रही, लेकिन निराशा हाथ लगी। हार-जीत का अंतर देख एजेंट निकलते रहे। भाजपा व सपा के एजेंट अंत तक डटे रहे। कहां चूक हुई इस पर एजेंट मंथन करते रहे। परिणाम घोषित होने पर निराश और उदास मन से बाहर निकले।