जौनपुर में संदिग्‍ध परिस्थितियों में पेड़ पर फंदे से लटकती मिली चचेरे भाई बहन की लाश

जौनपुर स्थित कर्मही गांव में आम के पेड़ पर चचेरे भाई बहन की लाश लटकते हुए पाई गई, मामले की सूचना पर लाश पेड़ से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 14 Oct 2018 11:44 AM (IST) Updated:Sun, 14 Oct 2018 11:58 AM (IST)
जौनपुर में संदिग्‍ध परिस्थितियों में पेड़ पर फंदे से लटकती मिली चचेरे भाई बहन की लाश
जौनपुर में संदिग्‍ध परिस्थितियों में पेड़ पर फंदे से लटकती मिली चचेरे भाई बहन की लाश

जफराबाद (जौनपुर) । स्थानीय थाना क्षेत्र के कर्मही गांव में रविवार को सुबह आम के पेड़ पर चचेरे भाई बहन की लाश लटकते हुए पाई गई। मामले की सूचना पर जफराबाद पुलिस पहुंचकर लाश पेड़ से उतार कर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गांव भर में घटना के बाबत सुबह से ही चर्चा हो रही है।

गांव निवासी रामनिवास मिश्रा तथा रंगीले मिश्रा सगे भाई हैं। रामनिवास का 21 वर्षीय पुत्र राघवेंद्र मिश्रा तथा रंगीले मिश्र की 18 वर्षीय पुत्री जागृति मिश्रा दोनों रिश्ते में चचेरे भाई बहन थे। शनिवार को शाम उक्त दोनों घर के पास दुर्गा पूजा पंडाल से आरती करने के बाद गायब हो गए। परिजन रात भर दोनों को ढूंढते रहे। रविवार को सुबह घर से 200 मीटर दूर स्थित बाग में आम के पेड़ से लटकते हुए दोनों की लाश पाई गई। रविवार को सुबह गांव के किसान बली सोनकर बाग के समीप अपने खेती के निगरानी के लिए गए हुए थे। उन्होंने देखा कि पेड़ पर रस्सी के सहारे दो लाश लटक रही थी। करीब गए तो उन्होंने उक्त दोनों की पहचान के बाद भागते हुए उनके परिजनों को सूचना दिया।

सूचना मिलते ही आनन-फानन लोग बाग में पहुंचे। मामले की सूचना जफराबाद पुलिस को दी गई। मौके पर थाना अध्यक्ष पर्व कुमार सिंह भी मय फोर्स पहुंच गए। आम के पेड़ के पास लटकती हुई उक्त दोनों के लाश के समीप जमीन पर जहर की शीशी, गिलास तथा बोतल में पानी पाया गया। राघवेंद्र तथा जागृति नायलॉन की एक ही रस्सी से फांसी के फंदे पर लटके हुए थे। नायलॉन की रस्सी में दुपट्टा लिपटा हुआ था। जागृति के मुंह से खून भी निकला हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में ले लिया। पूछे जाने पर क्षेत्राधिकारी नृपेंद्र ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह घटना आत्महत्या का लग रहा है। परंतु मामले की छानबीन की जा रही है। आत्महत्या है या कुछ और इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी। ज्ञात हो कि राघवेंद्र अपने पिता रामनिवास के साथ दिल्ली में पान लगाने का धंधा करते थे। पिछले 10 दिन पहले वह गांव पर आए हुए थे। शनिवार को रामनिवास भी घर पर आए हुए थे तथा जागृति ग्रेजुएशन की छात्रा थी और गांव पर ही रहकर जिला मुख्यालय स्थित विद्यालय से पढ़ाई करती थी।

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