मेमू ट्रेन के अव्यवस्थित परिचालन पर यात्रियों का हंगामा, अधिकारियों के गलत निर्णय से तिलमिलाए यात्री

छपरा-बलिया-वाराणसी के लिए मेमू ट्रेन को इस रुट पर चालू हुए अभी तीन दिन ही हुए हैं कि उसके अव्यवस्थित परिचालन को लेकर यात्रियों ने बुधवार को जमकर बवाल काटा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 16 Oct 2019 10:26 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 09:15 AM (IST)
मेमू ट्रेन के अव्यवस्थित परिचालन पर यात्रियों का हंगामा, अधिकारियों के गलत निर्णय से तिलमिलाए यात्री
मेमू ट्रेन के अव्यवस्थित परिचालन पर यात्रियों का हंगामा, अधिकारियों के गलत निर्णय से तिलमिलाए यात्री

बलिया, जेएनएन। छपरा-बलिया-वाराणसी के लिए मेमू ट्रेन को इस रुट पर चालू हुए अभी तीन दिन ही हुए हैं कि उसके अव्यवस्थित परिचालन को लेकर यात्रियों ने बुधवार को जमकर बवाल काटा। इसके चलते घंटों मॉडल रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल रहा। इस दौरान यात्रियों के गुस्से के आगे रेल प्रशासन पूरी तरह बेबस नजर आया। स्थानीय रेलवे प्रशासन की लापरवाही से तिलमिलाए यात्री ट्रेन के आगे पटरी पर बैठ कर प्रदर्शन करने लगे। यात्रियों का यह रुप देख कर अधिकारियों व कर्मचारियों के हाथ-पांव फूल गए। स्टेशन परिसर पर हंगामा होते देख पहुंचे आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने किसी तरह मामले का शांत कराया और यात्रियों को दूसरी ट्रेनों से वाराणसी रुट में भेजने का आश्वासन दिया तो परिचालन शुरु हो सका।

रेलवे समय सारणी के अनुसार वाराणसी सीटी -छपरा मेमू ट्रेन को सुबह 8.17 पर बलिया पहुंचना था लेकिन ट्रेन अपराह्न एक बजे स्टेशन पहुंची। एक तो गाड़ी लेट होने की वजह से यात्री पहले से ही परेशान थे तभी स्टेशन प्रबंधन द्वारा ट्रेन को वाराणसी वापस करने की घोषणा कर दी गई। यह सुन यात्री टिकट लेकर ट्रेन में सवार हो गए लेकिन कुछ देर बाद ही पुन: इस ट्रेन को छपरा रवाना करने की सूचना दी गई। यह घोषणा होते ही यात्री भड़क गए और रेलवे स्टेशन प्रबंधन से बातचीत की लेकिन अधिकारी अपनी जिद पर अड़े रहे। यह देख यात्री भी हो हंगामा करने लगे और बात न बनते देख ट्रेन के आगे पटरी पर बैठ गए। यात्रियों का यह रुख देख अधिकारियों के होश उड़ गया। काफी मान मनौव्वल व अन्य ट्रेनों से यात्रियों को वाराणसी रुट पर भेजने के आश्वासन के बाद मामला शांत हो सका। इस वजह से करीब दो घंटे बाद मेमू ट्रेन छपरा के लिए रवाना हो सकी। 

कुप्रबंधन ने किया अक्रोशित

मॉडल स्टेशन पर मेमू ट्रेन को लेकर यात्री यूं ही आक्रोशित नहीं हुए। दरअसल डाउन मेमू पहले ही लगभग पांच घंटे विलंब थी। यात्री टिकट लेकर काफी देर से गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। इस दरम्यान स्टेशन प्रबंधन के कुप्रबंध से यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा। प्रदर्शन कर रहे यात्रियों ने इस दौरान जमकर भड़ांस निकली। यात्रियों ने जनप्रतिनिधियों व रेलवे के अधिकारी पर छल करने का आरोप लगाया। कहा कि ट्रेन झंडी दिखाने के लिए नेताओं में होड़ मची थी लेकिन यात्रियों की दुर्दशा पर किसी का ध्यान नहीं है। तीन दिन में ही मेमू ट्रेन की ऐसी दशा होगी कोई सोचा भी नहीं था। यात्रियों ने कम से कम दो मेमू ट्रेन का संचालन किए जाने की मांग की। कहा कि पूर्व में संचालित हो रही दो जोड़ी ट्रेनों को बंद कर सिर्फ एक मेमू का परिचालन किया जा रहा है। इसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं विभागीय कुप्रबंधन से समस्या और जटिल होती जा रही है। कमोबेश यही स्थिति मऊ रुट का भी है। 

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