भदोही के विधायक विजय मिश्र पर प्रयागराज सहित चार जिलों में दर्ज है मुकदमा

भदोही के विधायक विजय मिश्र के खिलाफ प्रयागराज भदोही मीरजापुर और वाराणसी में मुकदमे दर्ज हैं। हंडिया और जार्जटाउन कोतवाली में सर्वााधिक 21 केस दर्ज है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 19 Jul 2020 05:07 PM (IST) Updated:Mon, 20 Jul 2020 12:18 AM (IST)
भदोही के विधायक विजय मिश्र पर प्रयागराज सहित चार जिलों में दर्ज है मुकदमा
भदोही के विधायक विजय मिश्र पर प्रयागराज सहित चार जिलों में दर्ज है मुकदमा

भदोही, जेएनएन। विधायक विजय मिश्र के खिलाफ प्रयागराज, भदोही, मीरजापुर और वाराणसी में मुकदमे दर्ज हैं। हंडिया और जार्जटाउन कोतवाली में सर्वााधिक 21 केस दर्ज है। पुलिस के रिकार्ड में शामिल अधिसंख्य मामलों में वह निचली अदालतों से दोषमुक्त भी हो चुके हैं। सर्वाधिक मुकदमे वर्ष 2012 के हैं। शनिवार को गुंडा एक्ट की कार्रवाई होने से सियासी हलचल बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर भी समर्थक और विपक्ष को लोगों में जुबानी जंग छिड़ी हुई है। पुलिस रिकार्ड पर गौर किया जाए तो वर्ष 1998 जार्जटाउन में मारपीट और गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके अलावा हंडिया कोतवाली में हत्या सहित अन्य संगीनधाराओं में केस दर्ज किया गया था। इसके अलावा भदोही के गोपीगंज कोतवाली में भी हत्या, गैंगेस्टर आदि की कार्रवाई की गई थी।

वाराणसी के भेलूपुर में चर्चित रूंगटा अपहरण कांड के मामले में दर्ज था मुकदमा

वाराणसी के भेलूपुर में चर्चित रूंगटा अपहरण कांड के मामले में भी वर्ष 1997 में मुकदमा दर्ज किया गया था। मीरजापुर में कटरा कोतवाली में चर्चित धरणीधर त्रिपाठी हत्या में आरोपित थे। इसके साथ ही पुलिस रिकार्ड में कुल 71 मुकदमा दर्ज किए जाने का दावा किया जा रहा है। चर्चित दो हत्या और गैंगेस्टर सहित अन्य कई मामलों में निचली अदालत से दोषमुक्त भी हो चुके हैं। उनके खिलाफ औराई में गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत पहला केस दर्ज किया गया है।

गरमाई जिले की सियासत

निषाद पार्टी के विधायक विजय मिश्र पर गुंडाएक्ट के तहत कार्रवाई से सियासत गरमा गई। राज्यसभा चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी को वोट देने के बाद सुर्खियों में आए विधायक की मुसीबत बढ़ती दिख रही है। कार्रवाई होते ही जिले में सियासी दिग्गजों के मोबाइल फोन घनघनाने लगे। पुलिस की ओर से जारी आडियो और अपराधिक रिकार्ड भी सोशल मीडिया पर पलक झपकते ही वायरल होने लगा। सियासी गलियारों में तरह-तरह के कमेंट भी होते रहे। सियासी विरोधी जहां इसे सही ठहराने में जुटे हैं तो वहीं समर्थक इसे राजनीति से प्रेरित और एक जाति विशेष को निशाना बनाकर कार्रवाई बता रहे हैं।

पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल

विधायक विजय मिश्र के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई को लेकर पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसको लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। अधिसंख्य समर्थकों का कहना है कि आडियो में किसी तरह की रंगदारी मांगने की बात ही नहीं है। जिसे धमकी दी गई है वह शिकायत नहीं दर्ज कराई है। पुलिस स्वत: संज्ञान में लेकर कार्रवाई की। इससे पहले पुलिस ने कितने मामलों को स्वत: संज्ञान लिया है। अधिसंख्य मामलों में तो कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज नहीं किया जाता है। पीडि़त एसपी-आइजी के दरबार तक चक्कर काटते हैं।

विजय मिश्र के सियासी विरोधियों का भी फेहरिस्त बहुत लंबी

विधायक विजय मिश्र के सियासी विरोधियों का भी फेहरिस्त बहुत लंबी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री राकेशधर त्रिपाठी और पूर्व सांसद गोरखनाथ पांडेय अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए हर समय दांव चलते रहते हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री रंगनाथ मिश्र के अलावा अभी हाल में आमने-सामने हुए भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी से भी जंग छिड़ी हुई है। प्रयागराज के शूटर दिलीप मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद विधायक ने भाजपा नेता अजय शुक्ला और ब्लाक प्रमुख मनीष मिश्र के खिलाफ भी शिकायत दी थी। इसको लेकर मनीष मिश्र और अजय शुक्ला ने भी शिकायत की थी। जानकारों का कहना है कि गुंडा एक्ट की कर्रवाई के बाद एक बार फिर सियासी विरोधी एकजुट होने लगे हैं। परोक्ष और अपरोक्ष रूप से सियासी दांव चल रहे हैं।

सोनभद्र-मीरजापुर एमएलसी ने की सुरक्षा की मांग

विधायक विजय मिश्र की पत्नी एवं मीरजापुर-सोनभद्र विधान परिषद सदस्य रामलली मिश्र ने गृहमंत्री को पत्र भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। आरोप लगाया कि सुपारी किलर शूटर उसके पति की हत्या कराना चाहते हैं। प्रयागराज के शातिर शूटर भदोही में एक कथित भाजपा नेता और के यहां रुका था। पति की हत्या कराने के लिए वह शूटरों को पिस्टल और 11 लाख रुपये भी दी थी। दर्जनों मोबाइल में सिम बदल कर हत्या की योजना बनाई गई है। वाराणसी जोन से बाहर के आइपीएस अधिकारी से जांच कर कार्रवाई करने की मांग की।

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