वाराणसी में नीट परीक्षा में धांधली मामले में डाक्टर समेत दो के घरों पर कुर्की का नोटिस चस्पा

12 सितंबर को सारनाथ के निजी स्कूल में नीट परीक्षा के आयोजन के दौरान साल्वर गिरोह की साजिश का भंडाफोड़ हुआ था। इस बाबत क्राइम ब्रांच ने त्रिपुरा की अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रही बीएचयू की बीडीएस की छात्रा जूली कुमारी को पूर्व में गिरफ्तार किया था।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 10:37 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 10:37 AM (IST)
वाराणसी में नीट परीक्षा में धांधली मामले में डाक्टर समेत दो के घरों पर कुर्की का नोटिस चस्पा
नीट परीक्षा में धांधली करने के प्रयास में वांछित दोनों लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। नीट (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) में धांधली के प्रयास के मामले में कमिश्नरेट पुलिस ने दो वांछितों के घर पर बुधवार को कुर्की का नोटिस चस्पा किया। इनमें एक वांछित डा. अफरोज मूल रूप से बलरामपुर के तुलसीपुर थाना क्षेत्र के नई बाजार का निवासी है और फरार होने से पहले लखनऊ के कैसरबाग में गुडलक अपार्टमेंट में रहता था। दूसरा वांछित मुंतजिर आजमगढ़ के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के सरैया गांव का रहने वाला है। दोनों के घरों पर पुलिस ने कुर्की नोटिस चस्पा करने के बाद डुगडुगी बजवा कर मुनादी कराई कि वह सारनाथ थाने में दर्ज मुकदमे में वांछित हैं।

दोनों के संबंध में जो कोई सूचना देगा उसका नाम व पता गुप्त रखा जाएगा। इसके साथ ही पुलिस की ओर चेतावनी भी दी गई कि यदि दोनों जल्द हाजिर नहीं हुए तो उनकी चल व अचल संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी जाएगी। पुलिस की इस कार्रवाई से उनके इलाके में खलबली मची रही। पुलिस आयुक्त ने बताया कि कमिश्नरेट की पुलिस इस प्रकरण से जुड़े साल्वर गिरोह के सभी सदस्यों को जेल भेज कर दम लेगी। इस बाबत पुलिस अब पूरी सख्‍ती क मूड में है। 

बता दें कि गत 12 सितंबर को सारनाथ स्थित एक निजी स्कूल में नीट के आयोजन के दौरान साल्वर गिरोह की साजिश का भंडाफोड़ हुआ था। क्राइम ब्रांच ने त्रिपुरा की अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रही बीएचयू की बीडीएस की छात्रा जूली कुमारी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एक - एक कर 15 आरोपित सहित साल्वर गिरोह का सरगना नीलेश कुमार सिंह उर्फ पीके को भी गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में 20 और वांछितों की धरपकड़ के लिए क्राइम ब्रांच व पुलिस की चार टीमें लगी हुई हैं। कुछ ने जमानत लेने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की प्रभावी पैरवी के कारण उन्हें मुंह की खानी पड़ी।

chat bot
आपका साथी