बाबा के अन्न क्षेत्र पर अन्नपूर्णेश्वरी का दावा, विश्वनाथ मंदिर रेड जोन में दो दशक से रोजाना हजारों भक्तों को खिला रहा प्रसाद

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से प्रस्तावित अन्न क्षेत्र पर श्रीकाशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट की भी दावेदारी होगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 03 Jan 2020 10:29 AM (IST) Updated:Fri, 03 Jan 2020 10:29 AM (IST)
बाबा के अन्न क्षेत्र पर अन्नपूर्णेश्वरी का दावा, विश्वनाथ मंदिर रेड जोन में दो दशक से रोजाना हजारों भक्तों को खिला रहा प्रसाद
बाबा के अन्न क्षेत्र पर अन्नपूर्णेश्वरी का दावा, विश्वनाथ मंदिर रेड जोन में दो दशक से रोजाना हजारों भक्तों को खिला रहा प्रसाद

वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से प्रस्तावित अन्न क्षेत्र पर श्रीकाशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट की भी दावेदारी होगी। इसके संचालन के लिए प्रस्ताव देने के साथ ट्रस्ट की ओर से प्रस्तुतिकरण भी किया जाएगा। इसमें दो दशक से विश्वनाथ मंदिर परिसर में ही इस तरह की व्यवस्था संचालन की नजीर दी जाएगी। शास्त्रीय मान्यताओं और प्रथा-परंपरा का भी हवाला दिया जाएगा।

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद की ओर से अन्न क्षेत्र संचालन के लिए एक्सप्रेशन आफ इंटरेस्ट आमंत्रित किया गया है। इसमें देश भर में इस तरह की व्यवस्था संचालित करने वाली नामी संस्थाओं से दस जनवरी तक प्रस्ताव मांगा गया है। इसके बाद प्रस्तुतिकरण की तिथि तय की जाएगी। उनके सुझाव-सलाह के आधार पर ही जम्मू कोठी भूखंड पर तैयार जी प्लस फाइव भवन में दो मेगा किचेन बनाए जाएंगे। इसमें पर्व विशेष पर 20 हजार तक श्रद्धालुओं को भोजन प्रसाद की व्यवस्था का आकलन किया गया है।

श्रीकाशी अन्नपूर्णा अन्न क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के रेड जोन में इस तरह की व्यवस्था दो दशक से संचालित की जा रही है। वर्ष 2016 से बांसफाटक पर भी इसकी शाखा चलाई जा रही है। इसमें सुबह से शाम तक सांभर- दाल, सब्जी, अचार-पापड़, दही-मिठाई आदि निश्शुल्क खिलाई जाती है। शाम के बाद दक्षिण भारतीय व्यंजन नाश्ते में दिए जाते हैैं। ललिता घाट पर भी हर शाम अन्न दान किया जाता है। इनमें नित्य लगभग दस हजार लोग भोजन करते हैैं।

पर्व त्योहार पर यह संख्या दो गुनी से अधिक हो जाती है। सभी के बैठने के लिए कुर्सी-टेबल की व्यवस्था की गई है। इसे देखते हुए मंदिर कार्यपालक समिति के अध्यक्ष मंडलायुक्त ने ट्रस्ट की ओर से शिवपुर में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दौरान ही महंत रामेश्वर पुरी को बाबा का अन्न क्षेत्र चलाने का आग्रह भी किया था। हालांकि बाबा दरबार न्यास परिषद की ओर से अन्नक्षेत्र संचालन के लिए देव स्थानम् प्रतिष्ठान कर्नाटक, अन्नामृत ट्रस्ट, अक्षय पात्र, इस्कान आदि को खास तौर पर आमंत्रित किया गया है लेकिन अन्नपूर्णा ट्रस्ट का दावा मजबूत माना जा रहा है। इसके पीछे बड़ा अनुभव के साथ ही शास्त्रों में उल्लेखित प्रसंग भी है जिसमें काशी के पालन पोषण के लिए अन्नपूर्णेश्वरी बाबा को अन्नदान देती हैैं। अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट के एक्जीक्यूटिव ट्रस्टी के. जनार्दन स्वामी के अनुसार शर्तों का पेंच न फंसा तो बाबा के अन्न क्षेत्र संचालन करने को हम तैयार हैैं। इसके लिए प्रस्ताव भी देने जा रहे हैैं।

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