रेलवे पार्किंग में हेलमेट रखने का अलग शुल्क, वाराणसी कैंट स्टेशन पर ठीकेदार की मनमानी

वाराणसी कैंट स्टेशन पर पार्किंग संचालकों की मनमानी बदस्तूर जारी है। यहां दो पहिया वाहन पार्किंग में हेलमेट जमा करने की एवज में यात्रियों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 18 Mar 2020 07:10 AM (IST) Updated:Wed, 18 Mar 2020 07:10 AM (IST)
रेलवे पार्किंग में हेलमेट रखने का अलग शुल्क, वाराणसी कैंट स्टेशन पर ठीकेदार की मनमानी
रेलवे पार्किंग में हेलमेट रखने का अलग शुल्क, वाराणसी कैंट स्टेशन पर ठीकेदार की मनमानी

वाराणसी, जेएनएन। कैंट स्टेशन पर पार्किंग संचालकों की मनमानी बदस्तूर जारी है। यहां दो पहिया वाहन पार्किंग में हेलमेट जमा करने की एवज में यात्रियों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है। बाइक पार्किंग शुल्क के अलावा यात्रियों से हेलमेट रखने की एवज में दस रूपये अतिरिक्त वसूला जा रहा है। प्रथम श्रेणी के रेलवे स्टेशन पर ठीकेदारों की मनमानी से अफसर पूरी तरह बेखबर हैं।

उत्तर रेलवे में पार्किंग शुल्क की नीतियां बदलने से पहले ही ठीकेदारों ने उसे लागू भी कर दिया है। मंगलवार को कैंट स्टेशन के मुख्य प्रवेशद्वार स्थित दो पहिया वाहन पार्किंग में अपनी बाइक जमा करने पहुंचे यात्री राजेश कुमार को कर्मचारियों ने हेलमेट रखने का भी पर्चा थमा दिया। सवाल करने पर उन्हें कर्मचारी ने अपने हेलमेट की सुरक्षा स्वयं करने की हिदायत दे दी। कपसेठी के संजय कुमार से भी हेलमेट जमा कराने पर दस रुपये ले लिए गए। हालांकि बिना विरोध उन्होंने पैसा दे दिया। आलम ये है कि हर दिन इसे लेकर यात्रियों और पार्किंग के कर्मचारियों से झड़प हो रही है।

बावजूद इसके अफसरों को इसकी जानकारी नहीं है। पार्किंग संचालक की माने तो हेलमेट जमा कराने के लिए अलग से कर्मचारी रखना पड़ता है। उन्हीं पैसों से उन्हें वेतन दिया जाता है।

पूर्वोत्तर रेलवे में नई व्यवस्था अप्रैल से

दो पहिया वाहन पार्किंग की नियमावली में पूर्वोत्तर रेलवे के वाणिज्य विभाग ने कुछ बदलाव करने की योजना बनाई है। इसके तहत यहां हेलमेट जमा करने पर भी कुछ निर्धारित शुल्क लगेगा। हालांकि नई व्यवस्था एक अप्रैल से लागू होगी। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने इसे टेंडर नोटिफिकेशन में नई नियमावली को शामिल कर दिया है।

मामले की जांच कराई जाएगी

रेलवे पार्किंग में हेलमेट जमा करने के नाम पर कोई पैसा नहीं लिया जाता है। इस मामले की जांच कराई जाएगी।

- जगतोष शुक्ला, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, उत्तर रेलवे।

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