घरेलू दामों पर इंडस्ट्री को मिले बिजली

जागरण संवाददाता उन्नाव आगामी बजट में महज आयकर व अन्य करों को लेकर ही उद्यमियों की पर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 11:46 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 11:46 PM (IST)
घरेलू दामों पर इंडस्ट्री को मिले बिजली
घरेलू दामों पर इंडस्ट्री को मिले बिजली

जागरण संवाददाता, उन्नाव : आगामी बजट में महज आयकर व अन्य करों को लेकर ही उद्यमियों की परेशानी नहीं है। उद्यमी कम उत्पादन और अधिक बिजली खर्च को लेकर भी चिंताग्रस्त हैं। उद्यमी चाहते हैं कि आने वाले बजट में उनके लिए बिजली के दाम कम न किए जाएं, बल्कि उनके कनेक्शन कॉमर्शियल के बजाए घरेलू कर दिए जाएं। यदि ऐसा नहीं हो सकता है तो कम से कम खर्च की गई बिजली के दाम घरेलू रेट पर ही लिए जाएं।

सितंबर 2019 में ही उद्योगों की बिजली पांच से 10 फीसद तक ही महंगी की गई है। उद्योगों की बिजली पहले से ही काफी महंगी थी। इसके साथ पहले कोरोना और फिर मंदी के बाद आयोग ने छोटे व मझोले उद्योगों की बिजली दरों में प्रति यूनिट 30 पैसे प्रति यूनिट तक व सभी के लिए फिक्स चार्ज में 15 से 45 रुपये का ही इजाफा किया है। इसी तरह बड़े उद्योगों के लिए भी स्लैब के आधार पर फिक्स चार्ज में 50 रुपये का इजाफा किया है। प्रति यूनिट दर में 15 से 45 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। उद्योगों के लिए टीओडी को यथावत रखा गया है। बल्कि लोड बिजली की फिक्स दरों में 70 रुपये तक का इजाफा किया गया है। जबकि, प्रति यूनिट दर अधिकतम 8.48 रुपये तय की गई है। बिजली विभाग ने जनवरी 2021 में 66 पैसे प्रति यूनिट बिजली के दाम बढ़ाए। जिसके बाद उपभोक्ता परिषद कोर्ट पहुंचा। इससे फिलहाल बढ़ाए दाम लागू नहीं हुए हैं।

----------------

बोले उद्यमी

- राजस्व को ध्यान में रखते हुए सरकार चाहे तो बिजली दामों में तो कमी कर ही सकती है। उद्योगों पर सरकार के तमाम कर निपटाने के साथ बिजली का बोझ कम होना जरूरी है।

- फराज खान

- कुटीर उद्योग संचालित करते हैं। उतनी कमाई नहीं होती, जितना कर व बिजली सहित कर्मियों की सैलरी का खर्चा वहन करना पड़ता है। ऐसे में यदि दामों में ही राहत मिल जाए तो सुविधाजनक रहेगा।

- नरेंद्र पांडेय

chat bot
आपका साथी