जल्दबाजी में भूले जिम्मेदारी, बच्चों से पूछा गलत सवाल

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By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 07:52 PM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 07:52 PM (IST)
जल्दबाजी में भूले जिम्मेदारी, बच्चों से पूछा गलत सवाल
जल्दबाजी में भूले जिम्मेदारी, बच्चों से पूछा गलत सवाल

जागरण संवाददाता, उन्नाव : बुनियादी शिक्षा के कायाकल्प में सर्व शिक्षा अभियान की धुंधली तस्वीर शनिवार को परिषदीय स्कूलों की वार्षिक परीक्षा में देखने को मिली। यहां कक्षा तीन के बच्चों से गलत प्रश्न पूछा गया तो ज्यादातर प्रश्नों में शाब्दिक गलतियां रही जिसे दूर न करते हुए ज्यादातर शिक्षकों ने उसे छोड़ देने की नसीहत बच्चों को दी।

आधे अधूरे पाठ्यक्रम के साथ बेसिक शिक्षा परिषद का वार्षिक परीक्षा कार्यक्रम 16 मार्च से शुरू हुआ है। ढाई लाख से ज्यादा बच्चे परीक्षा में शामिल हुए हैं। कक्षा-तीन में हमारा परिवेश विषय के पेपर में बच्चों से अति लघु उत्तरीय प्रश्न में पांच नंबर सवाल 'टिल्लू क्या खाकर बीमार पड़ी थी?' पूछा गया। इसका जवाब बच्चों की क्या कहें शिक्षकों के पास भी नहीं था। जिस पर सवाल को छोड़ अन्य प्रश्नों को हल करने की बात शिक्षकों ने बच्चों से कही। यही नहीं, अन्य प्रश्न पत्र में कई प्रश्नों में शाब्दिक गलतियां रहीं। हालांकि, कुछ प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में त्रुटि सामने देख उसे शिक्षकों ने सही कराया। बेसिक शिक्षा के अधिकारियों का कहना है कि प्रश्न पत्र की जिम्मेदारी डायट प्रशासन की होती है। गलत सवाल पर डायट प्राचार्य प्रेम प्रकाश मौर्या का कहना है कि वरिष्ठ प्रवक्ताओं के पैनल में प्रश्न पत्र को तैयार कराया गया है। बावजूद इसके यदि त्रुटि है तो इसे गंभीरता से लेकर जांच की जाएगी।

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