फोर्स की मौजूदगी में हटाए गए मंदिर

शुक्लागंज, संवाद सहयोगी: सोमवार को दूसरे दिन भी नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। हालांकि, इस

By Edited By: Publish:Mon, 12 Oct 2015 09:13 PM (IST) Updated:Mon, 12 Oct 2015 09:13 PM (IST)
फोर्स की मौजूदगी में हटाए गए मंदिर

शुक्लागंज, संवाद सहयोगी: सोमवार को दूसरे दिन भी नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। हालांकि, इस बार राजधानी मार्ग के किनारे सालों से बसे इंसान नहीं, बल्कि भगवान जेसीबी के निशाने में थे। भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में आधा दर्जन से अधिक छोटे बड़े मंदिरों में स्थापित भगवान की मूर्तियों को बड़ी ही सावधानी से हटा मंदिर के निर्माण को ढहाया गया। प्रशासन की ओर से भगवान की प्रतिमाओं को पुन: स्थापित करने का आश्वासन भी दिया गया है। वहीं, बाबा अंबेडकर की मूर्ति को हटाने पर उनके अनुयायियों ने प्रशासन से चौराहे का नाम बाबा साहब के नाम पर रखने की मांग की।

सोमवार को भी गंगाघाट थाने के सामने से अभियान की शुरुआत जिले व तहसील के अधिकारियों की मौजूदगी में की गई। इस दौरान पालिका कर्मचारियों ने अधिकारियों के नेतृत्व में चबूतरों व मंदिरों में स्थापित मूर्तियों को सही सलामत निकाल कर अलग रखा। इसके बाद जेसीबी की मदद से चबूतरों व निर्माणों को ढहा दिया गया। सब्जीमंडी के आगे अभियान को विस्तृत रूप से चलाया गया। आजाद मार्ग के पास स्थित एक मंदिर में मूर्ति को निकालते वक्त खंडित हो गई, जिसे रीति रिवाज के साथ गंगा जी में विसर्जित करा दिया गया।

लोक निर्माण विभाग नहीं ले पाया अपना ही कब्जा

राजधानी मार्ग के दोनों ओर नगर पालिका ने भले ही सख्ती से अपने कब्जे ले लिए हों पर लोक निर्माण विभाग का रवैया ढुलमुल नजर आया। वहीं, लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी भी अपने ट्रैक्टर ट्राली पर बैठे दिखाई दिए। एक ओर विस्तृत अतिक्रमण अभियान चल रहा था तो दूसरी ओर छांव में खड़े ट्रैक्टर ट्राली में बैठे लोनिवि के कर्मचारी आराम फरमाते नजर आए, जिन पर अधिकारियों की भी नजर नहीं पड़ी। आजाद मार्ग के पास लोक निर्माण विभाग की जमनी पर हो रही अवैध प्ला¨टग पर भी विभागीय अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कराया सके। जबकि, जिले के अधिकारी विभागीय अधिकारियों को इशारा भी करते रहे। काफी कहने के बाद एक प्ला¨टग में जेसीबी को चलवाया गया और इसके बाद हटवा दिया गया।

हरी बि¨ल्डग रही चर्चा का विषय

दूसरे दिन भी चले अभियान में थाने के सामने स्थित हरी बि¨ल्डग चर्चा का विषय रही। लोगों के अनुसार बि¨ल्डग के मालिक प्रतिष्ठित व्यापारी हैं और उनकी शासन, प्रशासन में अच्छी पकड़ के कारण कोई उनके मकान में जेसीबी नहीं चलवा सका। जबकि, आसपास के अन्य मकान को नहीं बख्शा गया। वहीं, हरी बि¨ल्डग में दूसरे दिन कर्मचारी हथौड़े से निर्माण तोड़ते दिखाई दिए। इस संबंध में जब सिटी मजिस्ट्रेट शंकर मुखर्जी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बि¨ल्डग की ऊंचाई काफी होने के कारण जेसीबी से नहीं तोड़वाया गया, जिससे कोई घटना न हो सके। जबकि, पास में ही स्थित एक अस्पताल भी कई खंड का बना होने के बाद भी उसका कुछ हिस्सा जेसीबी से ही तोड़ दिया गया।

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