बर्निग ट्रेन बनते बची झांसी इंटरसिटी एक्सप्रेस

उन्नाव, जागरण संवाददाता: लखनऊ से चलकर झांसी जा रही झांसी इंटरसिटी एक्सप्रेस बुधवार शाम को बर्निंग ट्

By Edited By: Publish:Thu, 27 Nov 2014 12:00 AM (IST) Updated:Thu, 27 Nov 2014 12:00 AM (IST)
बर्निग ट्रेन बनते बची झांसी इंटरसिटी एक्सप्रेस

उन्नाव, जागरण संवाददाता: लखनऊ से चलकर झांसी जा रही झांसी इंटरसिटी एक्सप्रेस बुधवार शाम को बर्निंग ट्रेन होने से बच गई। शाम लगभग 5:50 बजे उन्नाव स्टेशन पर 11110 अप झांसी इंटरसिटी के रुकते ही उसके एक मात्र एसी कोच में बैठे यात्री कोच से बाहर निकल कर खड़े हो गए। यात्रियों ने ट्रेन के चालक और गार्ड को एसी कोच के नीचे के हिस्से में आग लगने की जानकारी दी। इससे रेलवे अधिकारियों के हांथ पांव फूल गए।

गार्ड और चालक ने इसकी सूचना स्टेशन मास्टर और स्टेशन अधीक्षक को दी। चालक ने 6:30 बजे लिख कर दिया कि एसी कोच चलने लायक नहीं है। उसके बाद उस कोच को अलग करने का निर्णय लिया गया। स्टेशन अधीक्षक एनबी ¨सह ने आरपीएफ और जीआरपी के साथ प्लेटफार्म नंबर 2 पर पहुंचकर खड़ी ट्रेन के चार कोचों की सवारियों को उतार कर पहले चारों कोचों को शं¨टग करा कर अलग किया। उसके बाद अलग किए गए कोचों में से एसी कोच को फिर अलग करके शेष तीन कोचों को गाड़ी में फिर जोड़ने की कवायद की गई। इस प्रक्रिया में ज्यादा समय लगने पर यात्रियों ने स्टेशन मास्टर के कक्ष में जाकर हंगामा किया।

इसी कोच में जालौन के जिला जज एसएन अग्निहोत्री व कालपी की विधायक उमाकांती ¨सह भी यात्रा कर रही थीं। विधायक उमाकांती ने बताया कि गनीमत रही कि बड़ा हादसा नहीं हुआ। उनके अलावा एसी कोच के यात्री विश्वजीत, मो. कलीम सिद्दीकी, स्वाती शुक्ला, अनीता, जैस्सी डायसन, कुलदीप कुमार गुप्ता, रजनी गुप्ता आदि ने बताया कि आग लगने की जानकारी से सांस अटक जैसी गई थी। स्टेशन अधीक्षक एनबी ¨सह ने बताया कि ब्रेक जाम हो जाने पर पहिए लाल हो जाने से मामूली आग लगी थी। एसी कोच को काटकर ट्रेन से अलग करना पड़ा। इस कारण ट्रेन चार घंटे से अधिक देर तक प्रभावित हुई।

कानपुर में लगेगा दूसरा एसी कोच

एसी कोच काटे जाने का जब यात्री विरोध करने लगे तो उन्हें बताया गया कि यह कोच यहां से चलने लायक नहीं है। ट्रेन के कानपुर पहुंचने पर इसमें दूसरा एसी कोच लगाया जाएगा तब यात्री शांत हुए।

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