शिव के दिखे विभिन्न रूप, भजन पर झूमे श्रद्धालु

महाशिवरात्रि पर्व पर नगर के गल्लामंडी में कैलाशी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Mar 2021 11:47 PM (IST) Updated:Fri, 12 Mar 2021 11:47 PM (IST)
शिव के दिखे विभिन्न रूप, भजन पर झूमे श्रद्धालु
शिव के दिखे विभिन्न रूप, भजन पर झूमे श्रद्धालु

सुलतानपुर: महाशिवरात्रि पर्व पर नगर के गल्लामंडी में कैलाशी सेवादल की ओर से शिव जागरण का आयोजन किया गया। कोलकाता, दिल्ली, कानपुर समेत अन्य शहरों से आए कलाकारों ने भजन के साथ ही भोलेनाथ के विभिन्न रूपों का मंचन किया। श्रद्धालुओं ने भी रात भर भक्ति रस का रसपान किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ रामजी त्रिपाठी के भजन से हुई। इसके बाद भजन गायिका मिनी कौर ने भोले की निकली है बरात गीत गाया तो मौजूद श्रद्धालुओं ने तालियों से स्वागत किया। कलाकारों ने भगवान भोलेनाथ की बरात, विवाह, तथा मां पार्वती के सती होने का मंचन किया तो माहौल भक्तिमय हो गया। इसके अलावा भगवान कृष्ण के रूपों का भी मंचन किया। स्थानीय भजन गायक धर्मेंद्र पांडेय, राजवीर श्रीवास्तव ने भी भजनों के माध्यम से लोगों को भक्ति रसपान कराया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक अनूप संडा, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, शिवकुमार अग्रहरि, पुनीत जायसवाल, दिनेश चौरसिया, विनोद जायसवाल आदि मौजूद रहे। कादीपुर संसू के अनुसार कस्बे के शिवगंगा मंदिर के संयोजन में गुरुवार की रात शिवजी की बरात कस्बे में निकली गई। कस्बेवासियों नें जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस मौके पर अधिवक्ता संघ अध्यक्ष रमेश प्रकाश सिंह, विजय शंकर पांडेय, जयकृष्ण पांडेय, पंकज श्रीवास्तव, रन बहादुर सिंह, अशोक पांडेय आदि मौजूद रहे।

..नंद घर आनंद भयो जै कन्हैया लाल की

सुलतानपुर : बरुई गांव में हो रही सात दिवसीय श्री मद्भागवत पुराण कथा के पांचवें दिन वृंदावन धाम से आए कथा वाचक पं आचार्य सुरेंद्र महराज ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई। भादौ मास की अंधियारी रात को अष्टमी के दिन कंस के मथुरा जेल में अचानक अलौकिक प्रकाश फैलने लगा माता देवकी के गर्भ से श्रीकृष्ण का प्राकट्य हुआ तथा समस्त बंदी मूर्छित हो गये जेल के दरवाजे खुल गए । आकाशवाणी हुई और वासुदेव नन्हे बालक को सूप में लेकर यमुना पार गोकुल पहुंच नंद के घर पहुचा वहां से उनकी नवजात कन्या को लेकर लौट आए। इस मौके पर कृष्ण कुमार सिंह, प्रभावती सिह, डा शिवाजी सिह,कमल नयन तिवारी आदि मौजूद रहे ।

-

जीवन में जो कुछ है वह ईश्वर प्रदत्त है : आचार्य जयसिंहपुर: जीवन में जो कुछ भी हमें प्राप्त है,वह ईश्वरीय प्रसाद है,अत: प्राप्त के प्रति प्रसादिक भाव रखें । सरल और विनम्र बनें । सरलता में ही जीवन के सौंदर्य-माधुर्य का वास है । यह विचार अयोध्या धाम से आए हुए आचार्य राम मिश्र ने गुरुवार को क्षेत्र के मेहेदिया गांव में श्रीमतभागवत कथा के अंतिम दिन व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सत्य का आराधक व्यक्ति सत्य की महिमा को जानता है। वह विषमतम परिस्थिति में भी सत्य से विचलित नहीं होता।

chat bot
आपका साथी