बसों से जिले में पहुंचे 85 लोग, किए गए होम क्वारंटाइन

सुलतानपुर लॉकडाउन के दौरान में दूसरे प्रदेशों में फंसे 85 प्रवासी मजदूर सरकारी बसों के

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 May 2020 10:06 PM (IST) Updated:Wed, 06 May 2020 06:05 AM (IST)
बसों से जिले में पहुंचे 85 लोग, किए गए होम क्वारंटाइन
बसों से जिले में पहुंचे 85 लोग, किए गए होम क्वारंटाइन

सुलतानपुर: लॉकडाउन के दौरान में दूसरे प्रदेशों में फंसे 85 प्रवासी मजदूर सरकारी बसों के माध्यम से जिले में पहुंचे। महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तराखंड से आने वाले इन प्रवासी मजदूरों को शहर के पयागीपुर स्थित गनपत सहाय पीजी कॉलेज में रोका गया, जहां स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सभी की स्वास्थ्य जांच हुई।

मंगलवार सुबह करीब नौ बजे पहुंचे लोगों में कई महिलाएं भी शामिल हैं। यह सभी रोजगार के सिलसिले में दूसरे प्रदेशों में रह रहे थे। लॉकडाउन की वजह से इन प्रवासियों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। तहसीलदार सदर पीयूष श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में पहुंचने वाले मजदूरों का शारीरिक दूरी के तहत स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य ठीक होने पर उन्हें होम क्वारंटाइन किया जा रहा है, जो लोग अस्वस्थ पाए जाएंगे, उन्हें डॉक्टर की निगरानी में शेल्टर होम में 14 दिन रखा जाएगा।

होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की देखरेख आशा बहुओं व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही है। सोमवार को भी नासिक, मध्यप्रदेश से 150 प्रवासी मजदूर बसों के माध्यम से जिले में पहुंचे थे। रविवार को भी सूरत व सहारनपुर से 82 मजदूर जिले में पहुंचे थे। इन सभी की भी सौर मऊ स्थित गोपाल पब्लिक स्कूल में स्वास्थ्य जांच की गई थी।

चोरी-छिपे गांव पहुंचने का सिलसिला जारी

लॉकडाउन में दूसरे प्रदशों में फंसे लोगों के चोरी छिपे गांव में पहुंचने का सिलसिला जारी है। जिले में हर दिन ऐसे पहुंचने वालों की संख्या सैकड़ों में है। बुधवार को दुबेपुर विकास खंड के बंधुआकला गांव में मध्यप्रदेश में मजदूरी कर रहे तीन लोग पैदल ही अपने गांव पहुंचे। सूचना मिलते ही आशा बहुओं ने इसकी जानकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य कर्मियों को दी। इन लोगों को होम क्वारंटाइन कर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।

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