तेज धूप व लू के थपेड़ों से कराह उठा ऊर्जाचल

जागरण संवाददाता, बीना (सोनभद्र) : चिलचिलाती धूप भी प्रचंडता और लू के थपेड़ों से मंगलवार को लोग बेहाल हो उठे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jun 2018 08:56 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jun 2018 08:56 PM (IST)
तेज धूप व लू के थपेड़ों से कराह उठा ऊर्जाचल
तेज धूप व लू के थपेड़ों से कराह उठा ऊर्जाचल

जागरण संवाददाता, बीना (सोनभद्र) : चिलचिलाती धूप भी प्रचंडता और लू के थपेड़ों से मंगलवार को ऊर्जाचल कराह उठा। तालाबों, नदी-नालों के सुख जाने से जहां पशु-पक्षी व्याकुल हो गये वहीं कुंओं व हैंडपंपों का जल स्तर नीचे खिसक जाने से पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है। भीषण गर्मी से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। तापमान की विकरालता के साथ ही सुबह से चल रहे लू के थपेड़ों से सड़कों, गांवों व कालोनियों में छाया सन्नाटा अघोषित क‌र्फ्यू जैसा रहा।

प्रचंड धूप व तपिश के कारण छुट्टियों में आने-जाने वाले यात्रियों के आवागमन पर भी व्यापक असर पड़ा है। धूप की प्रचंडता से छाया सन्नाटा ऐसा प्रतीत होता रहा जैसे क्षेत्र मनुष्य व पशु-पक्षी विहीन हो गया है। तेज धूप के कारण घरों की दीवारें और कमरों में हो रही तपन से लोग व्याकुल हो उठे। आग उगलती सूर्य की किरणों से उत्पन्न भीषण गर्मी विभिन्न प्रकार के संक्रमित बीमारियां उल्टी, दस्त, अतिसार आदि लोगों को न्यौता दे रहे हैं। इससे लोग काफी परेशान हैं। तापमान का अनवरत पारा चढ़ने के साथ ही ऊर्जांचल में पेयजल की भारी किल्लत हो गई है। जल स्तर बहुत नीचे चले जाने से हैंडपंप व कुओं के शो-पीस बने रहने के कारण चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। तालाब व जलाशय के सूखने का सबसे बुरा असर यह पड़ा है कि पशु-पक्षी पानी के लिए भटकते हुए व्याकुल हो रहे हैं। धूप की तीक्ष्णता से क्षेत्र में सभी प्रमुख स्थलों पर आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हैंडपंपों व कुओं का पानी मटमैला हो गया है। धूप की तल्खी से घरों में पंखा कूलर फ्रिज सभी निष्प्रभावी साबित हो रहे हैं। सभी लोगों की निगाहें इंद्र भगवान की ओर लगी हुई हैं।

chat bot
आपका साथी