संस्कृत को बोलचाल की भाषा बनाने पर जोर

संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार व संस्कृत जन भाषा को बोलचाल की भाषा बनाने के लिए उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा माध्यमिक विद्यालय, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय व सामाजिक संस्थाओं में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 05:04 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 05:04 PM (IST)
संस्कृत को बोलचाल की भाषा बनाने पर जोर
संस्कृत को बोलचाल की भाषा बनाने पर जोर

जासं, अनपरा (सोनभद्र) : संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार व संस्कृत को बोलचाल की भाषा बनाने के लिए उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा माध्यमिक विद्यालय, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय व सामाजिक संस्थाओं में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। प्रशिक्षण में कम समय में संस्कृत बोलने की भाषा सिखाई जा रही है। शक्तिनगर के भी विद्यापीठ परिसर व सरस्वती विद्या मंदिर में डा. मुनीश कुमार मिश्र, अमित झा द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कठिन समझी जाने वाली संस्कृत भाषा को सरल व रोचक प्रशिक्षण देखकर छात्र संस्कृत भाषा सीखने के लिए उत्साहित नजर आ रहे हैं। कम समय में ही छात्र अपना परिचय संस्कृत में बताने के साथ वाक्य निर्माण करना सीख रहे हैं।

chat bot
आपका साथी