जेट्रोफा का फल खाने से आठ बच्चे बीमार

पन्नूगंज थाना क्षेत्र के ढोढ़री तालाब पर स्थित जेट्रोफा के पौधे से उसका फल तोड़कर कुछ छात्र-छात्राओं ने मंगलवार की शाम को ही खा लिया। इससे रात में उनकी हालत बिगड़ने लगी। परिवार के लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तियरा ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Feb 2020 04:57 PM (IST) Updated:Wed, 05 Feb 2020 08:59 PM (IST)
जेट्रोफा का फल खाने से आठ बच्चे बीमार
जेट्रोफा का फल खाने से आठ बच्चे बीमार

जागरण संवाददाता, रामगढ़ (सोनभद्र): पन्नूगंज थाना क्षेत्र के ढोढ़री तालाब पर स्थित जेट्रोफा के पौधे से उसका फल तोड़कर कुछ छात्र-छात्राओं ने मंगलवार की शाम को ही खा लिया। इससे रात में उनकी हालत बिगड़ने लगी। परिवार के लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तियरा ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई।

पन्नूगंज थाना क्षेत्र के जयमोहरा ग्राम पंचायत में स्थित प्राथमिक विद्यालय ढोढ़री में उसी गांव की कुल 18 बच्चे मंगलवार को स्कूल गए थे। सभी शाम को करीब चार बजे वापस लौट रहे थे तभी ढोढ़री गांव के तालाब पर पहुंच गए। इसी दौरान जेट्रोफा के पौधे में लगे फल को तोड़ना शुरू कर दिया। देखते ही देखते उसमें से कुछ बच्चों ने फल खा लिया। उस समय तो किसी को कुछ परेशानी नहीं हुई, लेकिन शाम करीब सात बजे धीरे-धीरे पेट में दर्द होने लगा। एक के बाद एक के बीमार होने की सूचना पर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। सभी को तियरा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। बताया गया कि जैकब खातून (11) पुत्री आजाद अली, तमन्ना (11) पुत्री आरिफ अली, चांदनी (11), रूपा (11) पुत्री रमाशंकर, चांदबाबू (9) पुत्र मुस्तफा, नजीर (11) पुत्र इसहाक, संध्या (12) पुत्री रामवृक्ष व विजया (9) पुत्री रमेश को पीएचसी में भर्ती कराया गया। चिकित्सक के मुताबिक सभी बच्चों की हालत ठीक है। ग्राम प्रधान गोपाल मिश्र ने बताया कि अब सभी बच्चे ठीक हैं। सभी को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। कितना खतरनाक होता है जेट्रोफा

तियरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रोहित कुमार ने बताया कि जेट्रोफा में एक तरह का टॉक्सिन होता है। बताया कि इससे मसल्स रिएक्शन होता है। छोटे बच्चे अगर एक फल तोड़कर उसमें का तीन बीज भी खा लें तो उन्हें उल्टी, पेट दर्द, दस्त व गर्मी लगने लगती है। ऐसे बच्चों को तत्काल चिकित्सक को दिखाना उचित रहेगा। स्वस्थ व्यक्ति भी तीन फल खा ले तो उसे भी यहीं समस्याएं हो सकती है। एक फल में चार बीज होता है। कई बार समय से इलाज न होने पर स्थिति गंभीर हो जाती है। जागरूकता सबसे ज्यादा जरूरी

डीएफओ संजीव कुमार सिंह बताते हैं कि जिले में जेट्रोफा के पौधे और उसके बीज के बारे में जन-जागरुकता जरूरी है। यह बच्चों को पता होना चाहिए कि जेट्रोफा के बीज खाने से शरीर को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने बताया कि जैसे धतूरा भी विषैला होता है लेकिन, घर-घर में इसके असर की जानकारी लोगों को है। बच्चा भी जानता है कि इसके खाने से नुकसान है। ठीक इसी प्रकार जेट्रोफा के बारे में जानकारी फैलाना जरूरी है।

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