बैंककर्मियों की हड़ताल, 150 करोड़ का लेनदेन ठप

जागरण संवाददाता सोनभद्र बैंकों के विलय को रोकने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बैंक कर्मचारियों ने मंगलवार को हड़ताल कर दी। जनपद में बैंक कर्मियों की हड़ताल से उपभोक्ताओं को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा। राब‌र्ट्सगंज में स्थित इलाहाबाद बैंक के सामने बैंक कर्मियों ने नारेबाजी की। कहना था कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती केंद्रीय संगठन के निर्देश पर आंदोलन करते रहेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 05:36 PM (IST) Updated:Tue, 22 Oct 2019 09:06 PM (IST)
बैंककर्मियों की हड़ताल, 150 करोड़ का लेनदेन ठप
बैंककर्मियों की हड़ताल, 150 करोड़ का लेनदेन ठप

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : बैंकों के विलय को रोकने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बैंक कर्मचारियों ने मंगलवार को हड़ताल कर दी। जनपद में बैंक कर्मियों की हड़ताल से उपभोक्ताओं को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा। राब‌र्ट्सगंज में स्थित इलाहाबाद बैंक के सामने बैंक कर्मियों ने नारेबाजी की। कहना था कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, केंद्रीय संगठन के निर्देश पर आंदोलन करते रहेंगे। बैंकों में हड़ताल से 150 करोड़ का लेनदेन ठप रहा।

आल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन (एआइबीईए) के आह्वान पर मंगलवार को सार्वजनिक बैंकों में हड़ताल रही। राब‌र्ट्सगंज में सभी सार्वजनिक बैंकों के कर्मचारी इलाहाबाद बैंक की स्थानीय शाखा के सामने नारेबाजी की। वक्ताओं ने कहा कि सरकार के बैंकों के विलय को वे किसी भी सूरत में मानने को तैयार नहीं हैं। हड़ताल कर सरकार को चेताया जा रहा लेकिन मांग पूरी न होने पर बैंक कर्मचारी सड़क पर उतरने को विवश होंगे। कई बैंकों को एक में विलय कर बड़ा बैंक बनाने से जनता को कोई फायदा नहीं है। जितना बड़ा बैंक उतना बड़ा घोटाला होने की संभावना बढ़ जाएगी। सरकार जनता को भ्रम में रख रही है। विलय से कई बैंक की शाखा बंद हो जाएगी और बहुत लोग प्रभावित होंगे। बैंकों में कर्मचारियों की काफी कमी है। भर्तियां कम कर दी गई हैं। कर्मचारियों के हितों का ध्यान सरकार नहीं रख रही है। इस मौके पर हरिहर राम, राजीव रंजन, मुकेश कुमार, सुजीत सिंह, दिवाकर वर्मा, लालता, रामकेश, अविनाश कुमार, प्रिस कुमार, राजीव तिवारी, अनील कुमार, पारसनाथ राय, रामनारायण, शिवचंद्र, निरंजन सेठ व सुभाष आदि उपस्थित थे।

गुरमा : बैंक हड़ताल से ग्रामीण अंचलों के गरीब खाताधारकों को मायूस होकर लौटना पड़ा। मारकुंडी व गुरमा में स्थित इलाहाबाद बैंक की शाखा में खाता धारकों की सुबह नौ बजे से भीड़ इकट्ठा होने लगी थी। प्रात: 10 बजे तक बैंक न खुलने पर किसी जानकार ने बताया कि आज बैंक वालों की हड़ताल है। हड़ताल की बात सुनकर कर ग्रामीण अपने घर को लौट गए। कर्मियों की हड़ताल से पड़ा असर

विभिन्न मांगों को लेकर बैंक अधिकारियों को छोड़ सभी कर्मियों ने हड़ताल की है। इससे करीब 150 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ है। बैंक कर्मियों की मांगों के संबंध में उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा जा रहा है।

-एसडी संतोषी, लीड बैंक प्रबंधक। प्रमुख मांगें.. - बैंकों का विलय रोका जाए

- खराब ऋणों की वसूली सुनिश्चित की जाए

- दंडात्मक शुल्कों से ग्राहकों का उत्पीड़न रोका जाए

- जमाराशि पर ब्याज दर बढ़ाई जाए

- बैंकों में पर्याप्त मात्रा में भर्ती की जाए।

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