दो जिले के 200 गांव 40 घंटे रहे अंधेरे में

छपका से दुबेपुर सब स्टेशन तक जाने वाली मेन लाइन में शुक्रवार की रात दस बजे आई तकनीकी खराबी के चलते सोनभद्र व चंदौली जिले के करीब 200 गांवों की बिजली आपूर्ति 40 घंटे के लिए ठप रही। रविवार की दोपहर बाद दो बजे खराबी को सही कर आपूर्ति बहाल की गई। बिजली न रहने से लोगों

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Aug 2019 05:53 PM (IST) Updated:Sun, 18 Aug 2019 05:53 PM (IST)
दो जिले के 200 गांव 40 घंटे रहे अंधेरे में
दो जिले के 200 गांव 40 घंटे रहे अंधेरे में

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : छपका से दुबेपुर सब स्टेशन तक जाने वाली मेन लाइन में शुक्रवार की रात दस बजे आई तकनीकी खराबी के चलते सोनभद्र व चंदौली जिले के करीब 200 गांवों की बिजली आपूर्ति 40 घंटे के लिए ठप रही। रविवार की दोपहर बाद दो बजे खराबी को सही कर आपूर्ति बहाल की गई। बिजली न रहने से लोगों को पेयजल समेत अन्य समस्याओं से जूझना पड़ा। कई घंटों तक आपूर्ति बंद होने से विद्युत उपकेंद्रों के फोन घनघनाने लगे। खराबी आने की प्रमुख वजह तार का टूटना बताया गया।

शुक्रवार की रात में छपका पावर हाउस से जाने वाली 33 केवीए की मेन लाइन का तार अक्छोर व पाली गांव के टूट गया। इससे नक्सल प्रभावित चतरा व नगवां ब्लाक के साथ ही पड़ोसी जनपद चंदौली के चकरघट्टा इलाके की आपूर्ति 40 घंटे के लिए बंद हो गई। इससे इन इलाकों के करीब 200 गांवों में अंधेरा छा गया। विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को बहाल करने के लिए विद्युत वितरण खंड राब‌र्ट्सगंज व चंदौली जिले के विद्युत कर्मी लगे रहे। रविवार को 33 केवीए की मेन लाइन को ठीक कराकर दोपहर बाद दो बजे बिजली आपूर्ति बहाल की गई। उमस भरी गर्मी में विद्युत आपूर्ति ठप होने से लोग पसीना पोछते रहे। इसके अलावा पेयजल समेत अन्य समस्याओं से भी लोगों को जूझना पड़ा। करीब 40 घंटे बाद मरम्मत कार्य के बाद आपूर्ति बहाल होने के चलते लोगों ने राहत की सांस ली। विद्युत वितरण खंड राब‌र्ट्सगंज के अधिशासी अभियंता सर्वेश सिंह ने बताया कि मेन लाइन में तकनीकी खराबी आने के चलते चतरा व नगवां ब्लाक के साथ ही चंदौली के चकरघट्टा व नौगढ़ इलाके की आपूर्ति बंद हो गई थी। जिसे ठीक कराकर आपूर्ति बहाल कर दी गई है। आए दिन बाधित होती है आपूर्ति

जिले में विद्युत व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ जहां कनेक्शन बांटे जा रहे हैं तो दूसरी तरफ लोग लो-वोल्टेज व आए दिन आने वाली तकनीकी खराबी के कारण परेशान होते हैं। चतरा और नगवां ब्लाक में औसतन हर सप्ताह किसी न किसी दिन आपूर्ति प्रभावित होती है। खास बात तो यह कि छोटा फाल्ट भी खोजने में विभाग को एक दिन का पूरा समय लग जाता है।

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