'स्पर्श' ढहने के दो साल बाद पुनर्निर्माण शुरू

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By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 10:25 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 10:25 PM (IST)
'स्पर्श' ढहने के दो साल बाद पुनर्निर्माण शुरू
'स्पर्श' ढहने के दो साल बाद पुनर्निर्माण शुरू

सीतापुर : एनएच-24 पर शहर के बाहर महाराजा छीतापासी किले के समीप हाईवे-रेलवे ट्रैक के बीच खाली जमीन पर पुनर्निर्माण शुरू हो गया है। दो साल पहले जिला प्रशासन ने इसी स्थल पर 'स्पर्श' होटल के नाम से बनाई गई आलीशान इमारत को ढहाया था। उस समय होटल नक्शा न स्वीकृत होने के आरोप में ढहाया गया था। इसके बाद अब उसी जमीन पर पुनर्निर्माण के लिए जिला प्रशासन ने अनुमति दे दी है, जो चर्चा में है। करीब 350 मीटर लंबी बन रही बाउंड्री में तीन गेट बनाए जा रहे हैं। इनमें लोहे के गेट भी रखे जा चुके हैं।

भगवानदास के नाम हुआ था बैनामा

सूत्र बताते हैं कि छीतापासी के समीप छावनी गोरा बारिक में स्थित हाईवे व रेलवे के बीच गाटा-395/629 पर 2.47 एकड़ जमीन का बैनामा सर्वे-30 के तहत मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस ने भगवानदास के नाम किया था। इसके बाद ये जमीन भगवानदास के वारिस कृष्ण मुरारी और फिर संजय अग्रवाल के नाम आई। संजय के बाद अब ये जमीन उनके वारिस नमन अग्रवाल आदि के नाम हुई है। यादों में स्पर्श..

वर्ष 2016 में गोल्डन आई इंटरटेनमेंट फर्म के द्वारा ये स्पर्श होटल व मल्टीप्लेक्स हाईवे किनारे करीब 65 हजार वर्ग फिट में बनाया गया था। खबर है, इस फर्म में शुरुआती दौर में जमीन मालिक संजय अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल व बिसवां के पूर्व विधायक रामपाल यादव की पत्नी शांति देवी साझीदार थीं। प्रशासन ने 28 अप्रैल 2016 से इस अवैध निर्माण को तोड़ने का काम शुरू हुआ था। भवन तोड़ने में ड्रिल मशीन, पोकलैंड व कई जेसीबी लगी थीं। क्या कहते हैं जिम्मेदार

बाउंड्री बनाने को हमने नक्शा स्वीकृत किया है, इसके अलावा संबंधित स्थल पर किसी भी तरह के भवन निर्माण की अनुमति नहीं दी गई है। संबंधित जमीन भी सरकारी नहीं है। वह संजय अग्रवाल के वारिस नमन अग्रवाल आदि के नाम है।

- प्रेम प्रकाश उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट हमने रेलवे ट्रैक के पास हो रहे कार्य को रोका है। रेल अधिकारियों के मुआयने में जमीन कहां और किसकी स्पष्ट होने के बाद ही उस पर कोई निजी निर्माण कराया जा सकता है।

- डीके ¨सह, निरीक्षक, आरपीएफ

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