अस्पताल में बढ़ती भीड़ से गायब कोरोना बचाव के उपाय

शीतकाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण से जिम्मेदार अलर्ट न ही रोगी-तीमारदार

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 10:53 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 10:53 PM (IST)
अस्पताल में बढ़ती भीड़ से गायब कोरोना बचाव के उपाय
अस्पताल में बढ़ती भीड़ से गायब कोरोना बचाव के उपाय

सीतापुर : जिला अस्पताल में वाह्य रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अस्पताल आने वाले बुजुर्ग तक कोरोना से बचने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। अस्पताल में आने वाले रोगियों-तीमारदारों की थर्मल स्क्रीनिग तक के इंतजाम नहीं हैं। ओपीडी में भी भीड़ रहती है। पर्चा व दवा काउंटर पर भी रोगियों-तीमारदारों की भीड़ जुटती है। हड्डी रोग विभाग के वाह्य रोगी एवं प्लास्टर रूम में भी भीड़ का अभाव नहीं रहता है। इसमें युवा-बुजुर्ग सभी शामिल रहते हैं। वैसे अस्पताल का मुख्य गेट बंद रहता है, आने-जाने के लिए गेट की खिड़की खुली रहती है। वहीं पर पुलिस कर्मी मौजूद रहते हैं। यदि सुरक्षा कर्मी चाहे तो अस्पताल में बिना मास्क कोई दाखिल नहीं हो सकता। लेकिन कोरोना मामले में न तो अस्पताल प्रशासन गंभीर दिखता है और न ही सुरक्षा कर्मी।

रोगी बोले, बिना मास्क वालों का पुलिस करे चालान

पर्चा बनवाने को लाइन में खड़ी तरीनपुर उजमा खातून ने कहा, वह तो नकाब से मुंह ढके हैं पर यहां लाइन में खड़ी कई महिलाएं और पुरुष मुंह तक नहीं ढके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कर्मी चौराहों-तिराहों पर बिना मास्क वालों का चालान कर रहे हैं, जहां अधिक जरूरत है वहां पुलिस भी कार्रवाई नहीं करती है। नाजिमा ने कहा, पुलिस अस्पताल में बिना मास्क वालों का यदि चालान करना शुरू कर दें तो अच्छा होगा।

वर्जन--

रोगियों व तीमारदारों को बार-बार समझाया जाता है कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। बिना मास्क के घर से न निकलें। फिर भी ये लोग बिना मास्क के ही अस्पताल में घुस आते हैं। पुलिस कर्मी बिना मास्क वालों को गेट पार करने से रोकते हैं, पर तमाम बहाने बताकर रोगी-तीमारदार अस्पताल में प्रवेश कर जाते हैं।

- डॉ. अजय शुक्ल, डिप्टी सीएमएस

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