अवैध शराब रोकने को अब होंगे छह सर्किल

सीतापुर : अवैध शराब के कारोबार पर चौतरफा नकेल कसने के लिए आबकारी विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 May 2017 10:22 PM (IST) Updated:Fri, 26 May 2017 10:22 PM (IST)
अवैध शराब रोकने को अब होंगे छह सर्किल
अवैध शराब रोकने को अब होंगे छह सर्किल

सीतापुर : अवैध शराब के कारोबार पर चौतरफा नकेल कसने के लिए आबकारी विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। अब तक तीन सर्किल होने की वजह से दिक्कतों का सामना कर रहे आबकारी विभाग को अब तीन और नए सर्किल दिए जाएंगे। नए सर्किलों के गठित होने के साथ ही आबकारी विभाग के निरीक्षकों पर बोझ तो कम होगा ही, साथ ही मैन पॉवर बढे़गी, जिससे अधिक से अधिक गांवों को अवैध शराब की जद से मुक्त कराने में सार्थक कदम उठाया जा सकेगा।

सीतापुर जिले में अवैध शराब का कारोबार कुटीर उद्योग के रूप में पनप चुका है। जिले के अधिकांश गांवों में धड़ल्ले से अवैध शराब घरों पर ही तैयार की जा रही है और उन्हें ग्रामीणों के हाथों में कम कीमतों में पहुंचाया जा रहा है। हालात यह हो गए है कि रोजी-रोटी के लिए गरीब घरों की महिलाएं जहां शराब तैयार कर रही हैं, वहीं छोटे-छोटे बच्चे कच्ची शराब को परोस रहे हैं। इससे गांवों का माहौल तो खराब हो ही रहा है, साथ ही लोगों की सेहत पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है।

वजह यह है कि कच्ची शराब को नशीली बनाने के यूरिया समेत तमाम रासायनिक पदार्थो का इस्तेमाल किया जा रहा है। एक पहलू यह भी है कि आबकारी विभाग के राजस्व को कच्ची शराब हर वर्ष लाखों का चूना लगा रही है। इन तमाम बातों के बाद भी आबकारी विभाग कच्ची शराब के कारोबार पर लगाम कस पाने में सक्षम नहीं है। वजह यह भी है कि समूचे जिले में निगरानी रखने के लिए यहां महज तीन ही सर्किल हैं, जिनमें सदर, सिधौली व बिसवां शामिल हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए जिले में तीन और नए सर्किलों का गठन किया जाएगा, जिसमें महमूदाबाद, लहरपुर और मिश्रिख का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इससे अवैध कच्ची शराब व गैर प्रांतों से आने वाली शराब पर खासा हद तक नकेल कसने में सफलता मिलेगी।

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दूर होगी स्टाफ की कमी

मौजूदा समय में गठित सर्किलों में एक-एक आबकारी निरीक्षक के अलावा दो-दो हेड कांस्टेबल व चार-चार आरक्षियों की तैनाती है। तीन नए सर्किल बनने से आबकारी विभाग में चल रही निरीक्षक व आरक्षियों की कमी भी दूर हो सकेगी। इससे अधिक क्षेत्रों में आबकारी विभाग निरंतर अभियान चला पाएगा।

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यह है सर्किलों का दायरा

सदर सर्किल में सीतापुर, खैराबाद, महोली के अलावा मिश्रिख का कुछ क्षेत्र शामिल है। इसी तरह सिधौली में महमूदाबाद व मिश्रिख का क्षेत्र आता है। बिसवां में लहरपुर, व हरगांव क्षेत्र आते हैं। नए सर्किलों से गठन से महमूदाबाद, लहरपुर व मिश्रिख क्षेत्रों को अलग-अलग विभाजित कर दिया जाएगा।

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शासन से पूरे प्रदेश में नए सर्किल गठित करने के निर्देश मिले हैं। इसी क्रम में सीतापुर में तीन नए सर्किलों के गठन का प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है। नए सर्किल गठित होने से आबकारी विभाग अधिक क्षेत्र में कवरेज कर सकेगा।

-आरके ¨सह, जिला आबकारी अधिकारी

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