वर्दी की धमक पर करता था अय्याशी

सीतापुर : सेना की वर्दी पहनकर रौब गालिब करने वाला जालसाज बेहद अय्याश किस्म का युवक था। मुस्लिम युवती

By Edited By: Publish:Wed, 28 Sep 2016 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2016 10:40 PM (IST)
वर्दी की धमक पर करता था अय्याशी

सीतापुर : सेना की वर्दी पहनकर रौब गालिब करने वाला जालसाज बेहद अय्याश किस्म का युवक था। मुस्लिम युवती से शादी करने के बाद भी उसके कई महिलाओं से अवैध संबंध थे। इनमें मेरठ व सीतापुर की कई युवतियां शामिल हैं। आइबी, एटीएस, सेना व पुलिस के अफसरों की पड़ताल में यह हकीकत सामने आई है। पुराने सीतापुर की एक मुस्लिम युवती इसके प्रेमजाल में इस कदर फंसी कि सऊदी अरब से उसके भाई जो पैसा भेजते थे, उस रकम का एक बड़ा हिस्सा अपने इस कथित प्रेमी पर खर्च करती थी। मेरठ जिले के कंकड़खेरा के जनेठी निवासी अनिल स्वामी उर्फ महताब खां सोमवार देर शाम सेना के प्रतिबंधित क्षेत्र में आर्मी की वर्दी पहने हुए घूमते हुए सेना के जवानों ने दबोच लिया था। इसके बाद आइबी, एटीएस, सेना व पुलिस के अफसरों ने पूछताछ शुरू की। मुस्लिम युवती से शादी करने के बाद वह पुराने सीतापुर में किराए पर रहने लगा था। खुफिया एजेंसियों ने अनिल स्वामी का लैपटॉप व टैबलेट कब्जे में लेकर तहकीकात की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुराने सीतापुर की एक मुस्लिम युवती भी इस फर्जी आर्मी मैन के रुतबे की मुरीद हुई तो दोनों में प्यार परवान चढ़ने लगा। खुफिया एजेंसियों ने इस युवती से पूछताछ की तो पता चला कि इसके दो भाई सऊदी अरब में नौकरी करते हैं। वह हर माह अपनी बहन को पैसे भेजते थे, जिनसे घर का खर्च चलता था। इस रकम का एक बड़ा हिस्सा युवती अपने जालसाज प्रेमी पर खर्च करती थी। जांच एजेंसियों ने युवती के बैंक एकाउंट को भी खंगाला। लैपटाप में दोनों के कई प्रेम-प्रसंग से जुड़े फोटोग्राफ भी बरामद हुए हैं। इसके अलावा सीतापुर व मेरठ की कई युवतियों को वर्दी की धमक से अपने प्रेमजाल में फंसाया था। खुफिया एजेंसियों की पड़ताल में जालसाजी के अलावा कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है। हालांकि सेना के किन लोगों से इसके ताल्लुकात थे, जिनके जरिए यह फर्जीवाड़ा करता था। जालसाज के इन ¨लकों को खंगालने में खुफिया एजेंसियां जुट गई हैं। उधर मेरठ पुलिस ने जालसाज के परिजन से लंबी पूछताछ की है। एएसपी डॉ. ओपी ¨सह ने बताया कि जालसाज के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। जांच अभी भी कई ¨बदुओं पर जारी है, अगर कोई नया खुलासा होता है तो उसपर भी कार्रवाई की जाएगी।

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मेरठ में बसने की थी तैयारी

सूत्रों की माने तो वर्ष 2014 में शादी के बाद अनिल स्वामी की पत्नी ने अपने ससुर व अन्य लोगों से संपर्क करने का प्रयास शुरू किया था। पिछले कुछ महीनों से महिला और ससुराल पक्ष के लोगों में नजदीकियां बढ़ने लगी थी और अक्सर फोन पर बातचीत भी हुआ करती थी। ससुर ने बहू के मुस्लिम होने के बावजूद उसे स्वीकार करने के लिए हामी भर दी थी। बस उनकी यही शर्त थी कि महिला पूर्णरूप से ¨हदू धर्म अपना लें। महिला ने भी उनकी इस शर्त को मान लिया था और जल्द ही अपने ससुराल जाना चाह रही थी, लेकिन इसके पहले ही अनिल पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

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