महिलाओं ने संभाली मास्क बनाने की जिम्मेदारी

कोरोना के खिलाफ जंग में महिमा ज्योति स्वयं सहायता समूह आमजन के लिए मास्क व सैनिटाइजर बना रहा है। प्रशासन ने मशीन की व्यवस्था की है। तैयार सैनिटाइजर व मास्क सस्ते दर पर मिलना शुरू भी हो गया है। एक दिन में 200 मास्क तैयार हो रहे हैं। पहले चरण में समूह ने कर्मचारी व अधिकारियों के भोजन की व्यवस्था करने का कार्य शुरू किया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2020 09:58 PM (IST) Updated:Fri, 03 Apr 2020 06:08 AM (IST)
महिलाओं ने संभाली मास्क बनाने की जिम्मेदारी
महिलाओं ने संभाली मास्क बनाने की जिम्मेदारी

सिद्धार्थनगर : कोरोना के खिलाफ जंग में महिमा ज्योति स्वयं सहायता समूह आमजन के लिए मास्क व सैनिटाइजर बना रहा है। प्रशासन ने मशीन की व्यवस्था की है। तैयार सैनिटाइजर व मास्क सस्ते दर पर मिलना शुरू भी हो गया है। एक दिन में 200 मास्क तैयार हो रहे हैं। पहले चरण में समूह ने कर्मचारी व अधिकारियों के भोजन की व्यवस्था करने का कार्य शुरू किया था।

समूह की महिलाओं की कर्मठता को देख प्रशासन ने भी हाथ बढ़ाया। रसोईघर खोलने के लिए 15 हजार रुपये दिए। कोरोना को लेकर जब समूह ने मास्क बनाने की पहल की तो बीते 30 मार्च को 1.10 लाख रुपये दिए। अब प्रतिदिन 75 से 100 शीशी सैनिटाइजर तैयार हो रहे हैं। इसमें एथनाल (आइसो प्रोफाइल अल्कोहल), एल्वेरा (घृतकुमारी), ग्लीसरीन, कपूर, नीम की पत्ती रस, थोड़ा नींबू रस, आरओ मशीन का पानी, सुगंध के लिए गुलाब जल व इत्र का प्रयोग मानक के अनुरूप किया जाता है। बनाने के लिए मिक्सर मशीन का प्रयोग किया जाता है। 100 एमएल सैनिटाइजर की शीशी 50 रुपये में उपलब्ध है। मास्क 20 रुपये में बिक रहा है। अन्य ब्रांड के मास्क दो से तीन सौ रुपये में भी मिल रहे हैं।

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स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मास्क व सैनिटाइजर का निर्माण शुरू कर दिया है। इनके उत्पाद को बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है। कई अन्य स्वयं सहायता समूह ने कोरोना से बचाव के लिए पीपीई किट बनाने का प्रस्ताव भेजा है। जल्द ही इसका भी निर्माण कराया जाएगा।

-शेषमणि सिंह, जिला विकास अधिकारी

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