पांच साल से प्राथमिक विद्यालय भवन अधूरा

यहां पांच वर्ष पहले प्राथमिक विद्यालय भवन का निर्माण कराया गया। बाहर से स्कूल बिल्डिग को ठीक-ठाक पूर्ण दिखाया गया। मगर कमरे के अंदर चले जाएं तो न प्लास्टर नजर आएगा और न ही फर्श।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 11:14 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 05:06 AM (IST)
पांच साल से प्राथमिक विद्यालय भवन अधूरा
पांच साल से प्राथमिक विद्यालय भवन अधूरा

सिद्धार्थनगर :

भवन निर्माण प्रभारी किस तरह विभाग को अंधेरे में रखकर अपनी मनमानी करते है इसका उदाहरण इटवा विकास खंड के ग्राम पेंड़ारी में देखा जा सकता है।

यहां पांच वर्ष पहले प्राथमिक विद्यालय भवन का निर्माण कराया गया। बाहर से स्कूल बिल्डिग को ठीक-ठाक पूर्ण दिखाया गया। मगर कमरे के अंदर चले जाएं तो न प्लास्टर नजर आएगा और न ही फर्श। जबकि भुगतान पूरा किया गया है इसके बाद भी भ वन का निर्माण अधूरा है।

वर्ष 2015 में साढ़े सात लाख से अधिक रुपये की लागत से प्राथमिक विद्यालय का निर्माण प्रारंभ हुआ। प्रारंभिक दौर में मानक की अनदेखी की जाने लगी। जैसे-तैसे विद्यालय तो पूर्ण हुआ। मगर प्लास्टर, फर्श का निर्माण नहीं कराया गया। भवन प्रभारी द्वारा बाहर से बिल्डिग प्लास्टर कराकर रंगाई-पुताई करा दी गई, जिससे देखने वालों को लगे कि भवन पूर्ण हो चुका है, इसके बाद भवन प्रभारी अधूरा कार्य छोड़ भाग खड़े हुए है। अधूरे भवन के कारण जब पठन-पाठन का कार्य होता था तो बच्चों को तमाम परेशानियों ने से दो चार होना पड़ता था। वर्तमान में स्थिति यह है कि अधूरा भवन कब और कौन पूर्ण कराएगा, फिलहाल इसका सटीक जवाब मिलना अभी मुश्किल है।

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