ओपीडी बंद, इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे मरीज

सिद्धार्थनगर : बाढ़ का पानी हटने के साथ ही संक्रामक रोगों ने पांव पसार लिया है। नजदीक का स

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Sep 2017 11:02 PM (IST) Updated:Sun, 03 Sep 2017 11:02 PM (IST)
ओपीडी बंद, इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे मरीज
ओपीडी बंद, इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे मरीज

सिद्धार्थनगर : बाढ़ का पानी हटने के साथ ही संक्रामक रोगों ने पांव पसार लिया है। नजदीक का सरकारी स्वास्थ्य केंद्र हो या संयुक्त जिला अस्पताल। हर जगह मरीजों का तांता लगा हुआ है। रविवार को अवकाश होने के कारण जिला चिकित्सालय में ओपीडी कक्ष बंद रहे, बावजूद इसके भारी संख्या में मरीज इमरजेंसी वार्ड में ही इलाज कराने को पहुंचे। सामान्य रोगियों का चेकअप कर दवाएं दी गई, जबकि गंभीर मरीजों को भर्ती किया गया।

लगभग एक पखवारे तक बाढ़ की त्रासदी से प्रभावित गांवों के ग्रामीणों का घर से निकलना मुश्किल था। बीते कई दिनों से बाढ़ का पानी हटने के बाद उनके समक्ष अब बीमारियों को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो गया है†ा इन गांवों में सर्वाधिक बुखार समेत चर्म रोग, दस्त-पेचिस, आंख-कान, पीलिया, सर्पदंश के रोगियों की संख्या अधिक है। पीड़ित आसपास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व नवीन स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रतिदिन भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। रविवार को अवकाश होने के कारण नजदीक के अस्पताल बंद रहे। लिहाजा वह संयुक्त जिला अस्पताल पहुंचे। यहां भी अवकाश का दिन होने से ओपीडी कक्षों में ताला लगा रहा। लिहाजा सभी इमरजेंसी वार्ड में तैनात चिकित्सक से इलाज कराने को मजबूर हुए। डाक्टर भी सामान्य रोगियों को परीक्षण कर दवा उपलब्ध कराया। गंभीर रोगियों को भर्ती भी करने का कार्य किया गया। जिले में अब तक दस्त-पेचिस के 7372, बुखार के 24 हजार 570, आंख-कान के 2176, चर्म रोग के 2634, गैस्ट्रोइंट्रराइटिस के 4153, पीलिया के 12, सर्पदंश के 12 व अन्य 24159 रोगी सामने आए। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. रतन कुमार ने बताया कि अब तक 65 हजार 79 रोगियों का उपचार किया जा चुका है। इसके अलावा 47 हजार 319 कूप, नल विसंक्रमण व 51 हजार 348 ओआरएस के पैकेट वितरित किए गए।

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आज इन गांवों में लगेंगे शिविर

बाढ़ प्रभावित गांवों में आयोजित हो रहे स्वास्थ्य शिविर के तहत बकरीद के कारण शनिवार को स्थगित कर दिया गया था। लिहाजा सोमवार को इन गांवों में शिविर लगेंगे।पिठनी खुर्द, रोवापार, घरवास पार, सिहोरवा, गौरा, मेहदिया बुजुर्ग, संरगी, लक्षनपुर, उसका राजा, इसमैली, निपनिया, डुमरिया, कुंवरापार, खजुरडाड़, कपिया, अमरिया, पटखौली, माररुखर खुर्द, बकैनिहा, बगही, कोल्हुआ, पोखरभिटवा, उटिया, सेमरहना, कठहा, गिहठा, अमहट, सहिला, देवकली, सोतिया डाड़ी, सेमरा, महनाग, देवपुर मस्जिदया, भेलौजी खुर्द, भेलौजी बुजुर्ग, इमिलिया, बैदौली, नौतला, सतपतहा, सिरसिया राजा, परसोइयां, धनगड़िया, सिरसिया मिश्र, मुर्गहवा, पड़रिया, चंपापुर, रोमनदेई, बसहिया, खेतवल मिश्र, लमती, महरथा, नगपरा, बुड्ढी खास, पतिला, सहदेइया, परसा खुर्द, चेचराक बुजुर्ग, खखरा, कमसई, बौरडीह, त्रिलोकपुर, रमवापुर, कोडहौरा, जिगना माफी, पकड़ी, सैनी, दुबायल पांडेय, मटेसर नानकार, बनगवा, तिघरा राय, भवसरी, भुजराई, वकरडिहा, दतरंगवा, चंवरताल, धरहरा, हडवा अधीन, मगरहवा, तिघरा, सिहोरवा, महुआ खुर्द, मझारी, दसिया, अशोगवा, मऊ, बहोरवा मंदिर, मनिकौरा, परसोहिया तिवारी, दरिया बक्श, रमवापुर जगतपुर, कठौतिया रामनाथ, पोखरभिटवा, रमवापुर व अंदुआ नानकार आदि शामिल हैं। रविवार को सौ गांवों में 25 टीमों की गतिविधियों पर सीमएओ डा. रतन कुमार, डिप्टी सीएमओ डा. विजय कुमार, कंट्रोल रूम के प्रभारी डा. सौरभ चतुर्वेदी, जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ समीर कुमार ¨सह, वरिष्ठ लिपिक विजय वर्मा लगातार पैनी नजर रखे हुए थे।

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टीकाकरण अभियान का निरीक्षण

पोषण समिति के तहत गोद लिए गांव खलीलपुर का मुख्य चिकित्साधिकारी डा. रतन कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा की। शनिवार के बजाए रविवार को आयोजित स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का भी बारीकी से जांच किया। संबंधित एएएनएम समेत आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से पूछताछ की।

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