गोशाला में चारा-पानी नहीं, सड़कों पर गोवंशीय

विकास क्षेत्र में लगभग पचास लाख रुपया खर्च करके ग्राम पंचायतों से सात गोशाला का निर्माण हुआ है। दो गोशाला को छोड़कर किसी में गोवंशीय नही हैं। जिस कारण गायें सड़कों या खेतों में नजर आती हैं। खेत में किसान और सड़क पर राहगीर मुश्किल में हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Sep 2019 11:07 PM (IST) Updated:Sun, 15 Sep 2019 11:07 PM (IST)
गोशाला में चारा-पानी नहीं, सड़कों पर गोवंशीय
गोशाला में चारा-पानी नहीं, सड़कों पर गोवंशीय

सिद्धार्थनगर : विकास क्षेत्र में लगभग पचास लाख रुपया खर्च करके ग्राम पंचायतों से सात गोशाला का निर्माण हुआ है। दो गोशाला को छोड़कर किसी में गोवंशीय नही हैं। जिस कारण गायें सड़कों या खेतों में नजर आती हैं। खेत में किसान और सड़क पर राहगीर मुश्किल में हैं।

बर्डपुर नंबर तीन, सात, आठ, दस, पिपरसन, दुल्हा दरमियानी, बूड़ा में गोशाला का निर्माण कार्य हुआ है। बर्डपुर नंबर दस में 60 , बर्डपुर नंबर आठ में 30 गायें हैं। गोशाला में एक दर्जन से ज्यादा गोवंशीय नहीं है। जिम्मेदारों का कहना है कि चारा पानी का पैसा नहीं है तो गायों को गोशाला में कैसे खिलाया जाएगा। इसीलिए खेत में जा रही हैं। जहां से किसानों को दिन हो या रात गायों के पीछे भागना पड़ता है। शाम होते ही बर्डपुर कस्बा, मोहाना, मधुबेनिया, चैनपुर, नोनहवा, ककरहवा में जाने के लिए गायों से मशक्तत करनी पड़ती है। पूरी रात सड़क पर। जरा सी लापरवाही होने पर दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता। डॉ. प्रमोद यादव, सोनू जायसवाल, सुनील यादव, मंजेश कुमार, प्रेमकुमार, विजय बहादुर, पंकज चौधरी आदि लोगों का कहना है कि जो गोशाला बनाए गए हैं, उनमें गायों को रखा जाय। उनके खाने-पीने की समुचित व्यवस्था की जाय।

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