महफिल-ए-वफा कार्यक्रम में रहा जोश

सिद्धार्थनगर : शनिवार रात कस्बा हल्लौर स्थित दरगाह हजरत अब्बास में महफिल-ए-वफा का आयोजन हुआ। अंजुमन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 May 2017 10:53 PM (IST) Updated:Sun, 14 May 2017 10:53 PM (IST)
महफिल-ए-वफा कार्यक्रम में रहा जोश
महफिल-ए-वफा कार्यक्रम में रहा जोश

सिद्धार्थनगर : शनिवार रात कस्बा हल्लौर स्थित दरगाह हजरत अब्बास में महफिल-ए-वफा का आयोजन हुआ। अंजुमन फिदा-ए-अबुल फजलिल अब्बास के बैनर तले हुई इस महफिल में बाहरी व मुकामी शायरों ने अपने-अपने अंदाज में कलाम पेश किए। युवाओं ने खूब नारेबाजी की। महफिल का सिलसिला दूर रात्रि तक चलता रहा।

प्रोग्राम का आगाज कारी अब्बास अली द्वारा कलाम पाक की तिलावत के साथ किया गया। जिसके बाद अंबर मेंहदी ने नात-ए-पाक पढ़ी। निजामत के लिए जौनपुर ये आए नाजिम किरतास ने जैसे ही माइक थामा और अपने अंदाज में एक से बढ़कर एक शेर पढ़ना शुरू किए, तो पूरी भीड़ वाह-वाह कर उठी। बिहार के गोपालपुर से आए प्रख्यात शायर मीसम गोपालपुरी ने अपनी खूबसूरत अंदाज में बेहतरीन कलाम पेश करके पूरा समां बांध दिया। फैजाबाद से आए मशूहर शायर चंदन फैजाबादी ने भी अपने कलाम के जरिए प्रोग्राम में रौनक बिखेर दी।

मुकामी शायरों में खुर्शीद जफर, साबिर, अफसर मेंहदी, कायनात, हसन जमाल, हानी, अजीम आदि शायरों ने भी अपने-अपने कलाम पेश किए। मौलाना जमाल हैदर अपनी खिताबत में मौला हजरत अब्बास की ¨जदगी से जुड़े तमाम वाकेयात पर रोशनी डाली। उनकी पैदाइश पर होने वाले इस प्रोग्राम के मकसद को भी विस्तार पूर्वक बयान किए। आखिर में महफिल के संयोजक कायनात हल्लौरी, अंजुमन के सदर वजीहुल हसन व सेक्रेटरी अशरफ मेंहदी ने सभी लोगों के प्रति शुक्रिया अदा किया। प्रोग्राम में भारी तादाद में कस्बे के लोग मौजूद रहे। महफिल को लेकर दरगाह हजरत अब्बास पर की गई सजावट देखने लायक रही।

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