अब मजनुओं पर पुलिस की नजर

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर: बिटिया पढ़ रही है इंटर में। बहुत कुछ उम्मीद है। घर भी संभालती ह

By Edited By: Publish:Mon, 17 Nov 2014 08:21 PM (IST) Updated:Mon, 17 Nov 2014 08:21 PM (IST)
अब मजनुओं पर पुलिस की नजर

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर:

बिटिया पढ़ रही है इंटर में। बहुत कुछ उम्मीद है। घर भी संभालती है और पढ़ाई में भी अच्छा अंक लाती है। अपना ही नहीं समाज व गुरुजनों का भी नाम रोशन करेगी। हर मां-बाप की ख्वाहिश भी यही है। वह अपनी बेटी के बारे में कुछ यूं ही सपने बुनता है। मगर, यहां तो बेटियों की राह में मजनू रोड़ा बन कर खड़े हो गए हैं। इन मजनुओं पर अब पुलिस की नजर है। पुलिस अब इनके मां-बाप से इनकी असलियत बताना शुरू कर दिया है।

बालिका विद्यालय व कोचिंग सेंटरों के पास शोहदों की बढ़ती भीड़ पर काबू पाने के लिए सदर थाना की पुलिस ने अभियान छेड़ रखा है। अब पुलिस ऐसे के साथ कड़ाई से नहीं पेश आ रही हैं। उनके अभिभावक को बुलाकर करतूत बताया। सोमवार की शाम सदर थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्र ने स्कूल छूटने के बाद का नजारा देखा। मोड़ पर स्थित एक पेट्रोल पंप के पास नई चमचमाती बिना नंबर की एक कार खड़ी थी। उसमें बैठे पांच युवक छात्राओं पर फब्तियां कस रहे थे। पीछे से सिपाही संग थानाध्यक्ष पहुंच गये। पूछा कि बेटा आप लोग यहां किस उद्देश्य से खड़े हो। एक ने जवाब दिया कि चाचा की गाड़ी है, पंप पर ईधन लेने आए हैं। ड्राइवर ने अपनी जेब से पांच सौ की नोट निकाल जवाब को पुष्ट करने की कोशिश किया, लेकिन पुलिस संतुष्ट नहीं हुई। थानेदार ने अभिभावक का मोबाइल नंबर लिया। मौके पर बुला लिया। दस मिनट में परिजन पहुंचे। बेटे की करतूत से अवगत हुए, मौके पर ही चार पांच थप्पड़ मारा। थानाध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा ने कहा कि पुलिस बिगड़ने की राह पकड़ रहे नवयुवकों को सुधारने का प्रयास कर रही है। इसमें परिजनों का सहयोग अपेक्षित है। पुलिस की निगाह में खजुरिया रोड, कालेज रोड व बांसी तिराहा मुख्य रूप से हैं। ........................

मोबाइल भी कम खतरा नहीं

युवा पीढ़ी के भटकाव में कभी-कभी अभिभावकों का भी दोष होता है। ऐसे में अभिभावकों को भी सतर्क रहना चाहिए। मोबाइल का प्रचलन बढ़ने से बड़े घरानों के मां-बाप अपने बच्चों को मोबाइल थमा देते हैं। कुछ तो चोरी छुपे भी मोबाइल रखते हैं। इनपर पैनी नजर रखनी होगी। यह कहना है राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त पूर्व प्रधानाचार्य चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव का। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई के बावत क्रास चेकिंग प्रणाली भी अपनानी होगी।

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