अंग्रेजी हुकूमत के दीवान ने बसाया था मनवरिया दीवान

बाबूराम पाठक, मल्हीपुर(श्रावस्ती): हरदत्तनगर गिरंट जंगल के निकट स्थित जमुनहा ब्लॉक के ग्राम पंचायत म

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 12:22 AM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 12:22 AM (IST)
अंग्रेजी हुकूमत के दीवान ने बसाया था मनवरिया दीवान
अंग्रेजी हुकूमत के दीवान ने बसाया था मनवरिया दीवान

बाबूराम पाठक, मल्हीपुर(श्रावस्ती): हरदत्तनगर गिरंट जंगल के निकट स्थित जमुनहा ब्लॉक के ग्राम पंचायत मनवरिया दीवान को अंग्रेजी हुकूमत के दीवान ने बसाया था। पहले यह स्थान मनवरिया नाम से जाना जाता था। दीवान द्वारा स्थापित यहां प्राचीन मंदिर व मस्जिद सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है। सैकड़ों वर्ष पूर्व गांव में बनाया गया कुंआ आज भी जीवित है। गांव के लोग इसे अपनी विरासत मानते हैं। कृषि आधारित अर्थ व्यवस्था के इस गांव में दोनों संप्रदाय के लोग तीज-त्योहार एक साथ मिलकर मनाते हैं। इन पर है नाज

कलीम अहमद, रामसमुझ वर्मा, मुंशरीफ, इस्तखार अहमद खान यहां के ऐसे नाम हैं, जिन पर गांव के लोग आंख मूंद कर भरोसा करते हैं। इन परिवारों के लोग हमेशा गांव के हित को सर्वोपरि रखते हैं। ये है खूबी

गांव में तीन मंदिर व एक मस्जिद स्थित है। ¨हदू व मुस्लिम समुदाय के लगभग बराबर संख्या में लोग यहां रहते हैं। गांव बसाने वाले ने ही यहां सांप्रदायिक सौहार्द की नीव रखी थी। हम इस मिसाल को कायम रखना चाहते हैं।

आधारभूत ढांचा

पटवारीपुरवा, दम्मारा व हड़ही मजरे की ग्राम पंचायत मनवरिया दीवान की कुल आबादी लगभग 7000 है। यहां 2500 मतदाता पंजीकृत हैं। गांव में एक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय स्थित है। यहां पुलिस चौकी की दूरी यहां से लगभग आठ किमी है, जबकि 10 किलोमीटर की दूरी पर सामुदायिक स्वास्थ्य स्थित है। आंगनबाड़ी केद्र, ग्राम सचिवालय भी यहां स्थित है। ये हो तो बने बात

-गांव के कई मजरों में विद्युतीकरण न होने से लोगों को असुविधा हो रही है।

-सचिवालय व आगनबाड़ी केंद्र जर्जर है, जिर्णोद्वार कराए जाने की जरूरत है।

-सफाईकर्मी के गांव में न जाने से यहां व्याप्त गंदगी लोगों को अखरती है।

-शुद्ध पेयजल के लिए पाइप लाइन से जलापूर्ति की जरूरत है।

-गांव के रास्ते बदहाल हैं। बच्चों को खेल मैदान की जरूरत है। बोले जनप्रतिनिधि -

शासन से गाव के विकास के लिए मिलने वाले बजट का सदुपयोग कर जन समस्याओं को दूर करने के प्रयास किए जाते हैं। शौचालय, पेंशन, आवास आदि का लाभ पात्रजनों को दिया गया है। योजनाएं नियम से संचालित हैं। बिजली, पेयजल व सड़क जैसी कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिनका संज्ञान जिला प्रशासन को लेना चाहिए।

-आयशा बेगम, ग्राम प्रधान, मनवरिया दीवान। अपने कार्यकाल में प्राप्त बजट से गांव का विकास कराया गया। इंडिया मार्का हैंडपंप व खड़ंजा निर्माण समेत अन्य कार्य हुए हैं। अभी भी काफी कुछ होना बाकी है। जंगल से सटे इस गांव को विकास के लिए अतिरिक्त बजट मिलना चाहिए।

-जावेद अहमद, पूर्व ग्राम प्रधान, मनवरिया दीवान।

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