बोर्ड हटाने पर राजनीति शुरू, पूर्व और वर्तमान विधायक आमने-सामने

बोर्ड हटाने पर राजनीति शुरू पूर्व और वर्तमान विधायक आमने-सामने

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Aug 2022 12:01 AM (IST) Updated:Wed, 24 Aug 2022 12:01 AM (IST)
बोर्ड हटाने पर राजनीति शुरू, पूर्व और वर्तमान विधायक आमने-सामने
बोर्ड हटाने पर राजनीति शुरू, पूर्व और वर्तमान विधायक आमने-सामने

बोर्ड हटाने पर राजनीति शुरू, पूर्व और वर्तमान विधायक आमने-सामने

जेएनएन, शाहजहांपुर : स्वतंत्रता सेनानी के स्मृति द्वार से उनके फोटो वाला बोर्ड हटवाकर भाजपा विधायक सलोना कुशवाहा के नया बोर्ड लगवाने के मामले में मंगलवार को राजनीति शुरू हो गई। पूर्व विधायक व सपा नेता रोशनलाल वर्मा ने महाविद्यालय पहुंचकर विधायक पर स्वतंत्रता सेनानी के अपमान का आरोप लगाया। उन्होंने नया होर्डिंग लगाने पहुंचे ठेकेदार को भी खरीखोटी सुनाईं। उनके जाने के बाद पहुंचीं विधायक ने एसडीएम व सीओ को मौके पर बुलाकर पूर्व विधायक के रवैये को लेकर नाराजगी जताई। तिलहर के ग्राम रुद्रपुर गांव निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व गुरुकुल महाविद्यालय के संस्थापक सत्यदेव शास्त्री के निधन के बाद तत्कालीन विधायक रोशनलाल वर्मा ने उनकी स्मृति में गांव के बाहर द्वार बनवाया था, जिस पर स्वतंत्रता सेनानी व रोशनलाल वर्मा का फोटो लगा हुआ था। तीन दिन पूर्व वर्तमान भाजपा विधायक सलोना कुशवाहा ने नया होर्डिंग लगवाया तो उसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का फोटो गायब था। विधायक के पीएम व सीएम के साथ फोटो वाले होर्डिग के विरोध में ग्रामीणों व गुरुकुल के छात्रों ने धरना दिया था। मंगलवार को पूर्व विधायक रोशन लाल वर्मा गांव पहुंचे। उन्होंने कहा कि विधायक सलोना कुशवाहा उनके बनवाए गए स्मृति द्वारों पर अपने होर्डिंग लगवाकर लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास कर रही हैं। वह इसकी शिकायत जिलाधिकारी से करेंगे। इसके बाद वह गांव से निकले तो वहां ठेकेदार नया होर्डिंग लगाने पहुंच गया, जिसे रोशनलाल वर्मा ने जमकर खरी खोटी सुनाई। इस बारे में जानकारी मिलने पर विधायक सलोना कुशवाहा भी वहां पहुंच गईं। तब तक रोशनलाल वर्मा जा चुके थे। विधायक ने एसडीम राशि कृष्णा तथा सीओ बीएस वीर कुमार को मौके पर बुलाकर पूर्व विधायक के रवैये को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में संग्राम सेनानी के चित्र वाला नया होर्डिंग लगाया गया। शासनादेश के तहत विधायक निधि से कराए गए कार्य व बोर्ड को दूसरा विधायक नहीं बदलवा सकता है। वर्तमान विधायक नियम विरुद्ध तरीके से कार्य कर रही हैं। यह गलत है। उनकी शिकायत की जाएगी। रोशन लाल वर्मा, पूर्व विधायक सपा नेता निधि किसी विधायक की निजी संपत्ति नहीं होती है। अगर पूर्व विधायक ने यह द्वार अपने निजी खर्चे पर बनवाया होता है तो मैं इसे नहीं बदलवाती। हार की बौखलाहट से अनावश्यक रूप से पूरे क्षेत्र में विवाद उत्पन्न कर रहे हैं। उनके ऊपर गंभीर धाराओं पर मुकदमे भी दर्ज है। फिर पुलिस प्रशासन उन पर कार्रवाई नहीं कर रहे। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी। सलोना कुशवाहा, भाजपा विधायक

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