कांटा और बैनर मौजूद, प्रभारी नदारद

शाहजहांपुर : ब्लॉक क्षेत्र में सरकारी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने की समस्या से भले ही दूर हो गई हो, ल

By Edited By: Publish:Sun, 23 Nov 2014 11:24 PM (IST) Updated:Sun, 23 Nov 2014 11:24 PM (IST)
कांटा और बैनर मौजूद, प्रभारी नदारद

शाहजहांपुर : ब्लॉक क्षेत्र में सरकारी धान क्रय केंद्र नहीं खुलने की समस्या से भले ही दूर हो गई हो, लेकिन इस केंद्र से किसानों को लाभ नहीं मिल रहा है। केंद्र से प्रभारी के नदारद रहने के कारण किसानों को बिचौलियों के हाथों ही लुटना पड़ रहा है।

विकासखंड क्षेत्र में धान क्रय केंद्र न खुलने के कारण किसानों को धान बेचने के लिए या तो पड़ोसी जनपद बदायूं को पड़ता था या फिर बिचौलियों के हाथों मिट्टी के भाव फसल बेचकर लुटना पड़ रहा था। इस बावत कई बार क्षेत्रवासियों व कस्बेवासियों की शिकायत तथा जागरण में खबर का प्रकाशन होने के बाद एसडीएम के प्रयास से कस्बे में एक धान क्रय केंद्र की स्थापना की गई है। कस्बे के साधन सहकारी समिति भवन में खुले इस केंद्र पर कांटा लगाकर बैनर लटका दिया गया है, लेकिन इस केंद्र का किसानों को लाभ नहीं मिल रहा है। आलम यह है कि केंद्र से प्रभारी नदारद रहने के कारण किसान निराश होकर लौट जाते हैं और व्यापारियों या बिचौलियों के हाथों ही धान बेचने को मजबूर होते हैं।

किसान बोले

कुदरासी के किसान सुखराम कहते हैं कि पहले तो केंद्र ही नहीं खुले थे, लेकिन जब केंद्र खुला तो उस पर प्रभारी ही नदारद रहते हैं। जिसके कारण धान व्यापारियों को ही बेचते हैं।

अजीतनगला निवासी पेशकार कहते हैं कि कई बार केंद्र के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन प्रभारी ही नहीं मिलने के कारण नौ कुंटल धान 930 रुपये में बेचना पड़ा।

कस्बे के किसान विष्णु गोपाल का कहना है कि कई दिन तक केंद्र पर आने पर कांटा ही लगा मिला कोई कर्मी और प्रभारी नहीं मिला। जिसके कारण धान को 940 रुपये में व्यापारियों के हाथ बेचना पड़ा।

प्रभारी की बात

इस संबंध में केंद्र प्रभारी सुरेश सिंह शाक्य ने बताया कि वह कस्बे में ही हैं, बैंक में काम से आए हैं।

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