2019 की भूमिका बना गए भैया जी

शाहजहांपुर : आरएसएस के चौथे सर संघ चालक प्रो. राजेंद्र ¨सह उर्फ रज्जू भइया की जन्म स्थली शाहजहांपुर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Jun 2018 01:02 AM (IST) Updated:Sat, 09 Jun 2018 01:02 AM (IST)
2019 की भूमिका बना गए भैया जी
2019 की भूमिका बना गए भैया जी

शाहजहांपुर : आरएसएस के चौथे सर संघ चालक प्रो. राजेंद्र ¨सह उर्फ रज्जू भइया की जन्म स्थली शाहजहांपुर में आयोजित संघ शिक्षा वर्ग कई मायनों में खास रहा। सर संघ कार्यवाह के रूप में पहली बार जनपद में आए सुरेश सदाशिव जोशी उर्फ भइया का तीन दिवसीय प्रवास मेरठ, ब्रज तथा उत्तराचंल के 410 शिक्षार्थियों व 250 कार्यकर्ताओ में जोश भरने में कामयाब रहा। रोटी के माध्यम से करीब 14 हजार परिवारों का वर्ग में सहयेाग लेने के बाद आयोजक उन्हें समापन समारोह में बुलाकर नजदीकी रिश्ता बनाने में सफल रहे। अपने संबोधन में सर संघ कार्यवाह ने देश ही हमारा भाग्य.., प्राणिमात्र में ही ईश्वर.., स्वार्थ के लिए देशहित व सिद्धांतों से समझौता न करें राजनेता..सरीखे विचारों से सरकार के काम काज से नाराज लोगों को भीे 2019 में संघ विचारधारा से बांधे रखने को छाप छोड़ दी। खास बात यह रही कि समारोह में शहर व गांव से पहुंची हजारों की भीड़ ने सर संघ कार्यवाह को सुनने के बाद उनके विचारों को देश के लिए जरूरी भी बताया। मुमुक्षु आश्रम अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानंद सरीखे विद्वतजन भी सर संघ कार्यवाह के विचारों को मंत्रमुग्ध हो सुनते नजर आए। 600 साल तक मुगल आक्रांताओं के शासन में हुए अत्याचार, अंग्रेजों की गुलामी शक्तिशाली देशों के सामने भारत के नतमस्तक होने के प्रसंग से भइया जी ने इतिहास को सामने रखा। साथ ही ¨हदू समाज की शक्ति का अहसास कराते हुए जाति भेद से बाहर निकलने का मंत्र दिया। इससे उन्होंने सपा- बसपा सरीखे संगठनों के संभावित गठबंधन से भी इशारों में सतर्क रहने की हिदायत देने की कोशिश की। आमजन से दूरी बनाने वाले संघ के ओटीसी के समापन समारोह में पहली बार उमड़ी भीड़ के दौरान लोग पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के संघ कार्यक्रम के संबोधन की चर्चा करते भी नजर आए। कुछ मुस्लिम समाज के लोगों की उपस्थिति भी खास रही।

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