Accident in Gorakhpur: अवैध खनन में लगी ट्रैक्टर-ट्राली से दबकर किशोर की मौत, परिजनों ने लगाया जाम, पुलिस ने बल प्रयोग कर भगाया
एसपी दक्षिणी जितेन्द्र कुमार ने कहा कि ग्रामीणों का आरोप गलत है। स्वजन को सूचना देने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। अब तक की जांच में पता चला है कि अखिलेश गाड़ी चलता था और वह बालिक है। तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, खजनी। थाना क्षेत्र के बरडाड़ चौराहे के पास मंगलवार की देर रात अवैध खनन में लगी ट्रैक्टर-ट्राली से दबकर रामपुर मलौली निवासी अखिलेश माैर्य की मौत हो गई। खनन करा रहे लोग पहले शव को छिपाने की कोशिश की लेकिन जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई।
आरोप है कि पुलिस भी परिजनों को सूचना दिये बिना शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बुधवार की सुबह जब घटना की जानकारी स्वजन और ग्रामीणों को हुई तो बरडाड़ चौराहे पर पहुंचकर जाम लगा दिया। इससे गोरखपुर-उनवल, जरलही मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया।
एसपी दक्षिणी जितेन्द्र कुमार और सीओ खजनी ओमकार दत्त तिवारी ने काफी मशक्कत के बाद बातचीत कर दो घंटे बाद किसी तरह से जाम खुलवाया। इस दौरान भिड़ को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल का भी प्रयोग करना पड़ा।
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खजनी, बांसगांव और गीडा क्षेत्र में रात के समय तेजी से खनन चल रहा है। इसके लिए ट्रैक्टर-ट्राली समेत अन्य वाहन भी लगे हैं। इसी क्रम में खजनी थाना क्षेत्र के बरडाड़ चौराहे के पास हो रहे खनन में लगी ट्रैक्टर-ट्राली से दबकर रात 11 बजे अखिलेश मौर्य की मौत हो गई।
घटना के बाद खनन में लगे माफिया पहले शव को छिपाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन कहीं से इसकी जानकारी महुआडाबर चौकी पुलिस को हो गई। वह मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दी। उधर, रात में अखिलेश के घर नहीं पहुंचने पर स्वजन उसकी खोजबीन करा रहे थे कि बुधवार की सुबह जानकारी मिली की उसकी मौत हो गई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने सुबह सात बजे बरडाड़ चौराहे पर पोल और पेड़ की डालियां रखकर मार्ग बंद कर दिया और शव लाने व गाड़ी मालिक व खनन माफिया को पकड़कर लाने की मांग करने लगे।
चौकी की पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीणें ने उन्हें खदेड़ दिया। इसके बाद खजनी थाना समेत अन्य थानों की पुलिस के साथ पहुंचे एसपी दक्षिणी व एसडीएम ने लोगों को समझा बुझाकर 9:15 बजे जाम समाप्त कराया।
माता-पिता का इकलौता पुत्र था अखिलेश
अखिलेश अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। उसकी एक बहन भी है। माता-पिता भी बीमार रहते हैं। बेटे की मौत के बाद उनका रो-रो कर बुरा हाल है। वह इकलौता कमाने वाला था। मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था।
एसपी दक्षिणी जितेन्द्र कुमार ने कहा कि ग्रामीणों का आरोप गलत है। स्वजन को सूचना देने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। अब तक की जांच में पता चला है कि अखिलेश गाड़ी चलता था और वह बालिक है। तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।