बंद पडे़ उप स्वास्थ्य केंद्रों पर कसा शिकंजा

मुख्य विकास अधिकारी बब्बन उपाध्याय ने गांवों में स्थापित स्वास्थ्य विभाग के उप केंद्रों की जांच शुरू कर दी है। जिले के बीस गांवों के प्रधान और एएनएम के खाते में इन केंद्रों का अनटाइड फंड के निष्प्रयोज्य पड़े करीब ग्यारह लाख रुपए उन्होंने वापस मंगवा लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 11:23 PM (IST) Updated:Thu, 13 Feb 2020 06:12 AM (IST)
बंद पडे़ उप स्वास्थ्य केंद्रों पर कसा शिकंजा
बंद पडे़ उप स्वास्थ्य केंद्रों पर कसा शिकंजा

संतकबीर नगर : मुख्य विकास अधिकारी बब्बन उपाध्याय ने गांवों में स्थापित स्वास्थ्य विभाग के उप केंद्रों की जांच शुरू कर दी है। जिले के बीस गांवों के प्रधान और एएनएम के खाते में इन केंद्रों का अनटाइड फंड के निष्प्रयोज्य पड़े करीब ग्यारह लाख रुपए उन्होंने वापस मंगवा लिया है। इसके साथ ही उन्होंने जिले के सभी केंद्रों का रिकार्ड तलब किया है।

जिले के अधिकतर गांवों में कागज में ही स्वास्थ्य विभाग का उपकेंद्र संचालित है। कई केंद्र तो ऐसे हैं कि वहां भले ही किसी की तैनाती नहीं है, लेकिन हर महीने बीस से तीस महिलाओं के प्रसव हो रहे हैं। पिछले दिनों जिलाधिकारी से कुछ लोगों ने शिकायत की थी। जांच में पता चला कि इन केंद्रों पर सब कुछ ठीक नहीं है। कई जगहों पर तो बिना काम के ही पैसा निकल गया है। सीडीओ ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि कई गांवों के केंद्रों पर अनटाइड फंड का पैसा प्रधान और एएनएम के संयुक्त खाते में पड़ा हुआ है। सीडीओ ने पहले चरण में असरफपुर, चपरा पूर्वी, मगहर, मियांगंज, महदेवा, नेतवा, सांडेकला, औराडांड़, कोड़रा, बैकुंठपुर, देवरियागंज, विश्वनाथपुर, परसा, बरखल, काटढेस, बेलौली, दौलतपुर, रैरापुर, बभनौली और कोल्हुआ के केंद्रों पर पड़े दस लाख पचासी हजार रुपए को वापस मंगवा लिया है।

स्वास्थ्य उप केंद्र में पड़े अनटाइड फंड की जांच की जा रही है। बीस केंद्रों से करीब ग्यारह लाख रुपया वापस मंगवाया गया है। जिन केंद्रों पर पैसे का दुरुपयोग मिला उससे वसूली के साथ ही कार्रवाई भी होगी।

बब्बन उपाध्याय, मुख्य विकास अधिकारी

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